प्रार्थना-सभा में बच्चों को दिया जाये दिमागी बुखार से बचाव का सन्देश: जिलाधिकारी
सुदेश कुमार
बहराइच 04 जलाई। दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण कार्यवाही के उद्देश्य से जनपद में संचालित हो रहे ‘‘संचारी रोग नियंत्रण माह’’ को सफल बनाये जाने के लिए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने जिले शिक्ष्कों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक दिन प्रार्थना-सभा में बच्चों को दिमागी बुखार के बारे में सन्देश बतायें साथ ही विशेषकर सुरक्षित पीने के पानी, शौचालय का प्रयोग करने के लाभों तथा खुले में शौच से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी जाय।
शिक्षकों से अपेक्षा की गयी है कि दिमागी बुखार तथा अन्य संचारी रोगों पर एक विशेष 40-50 मिनट की कक्षा लगाकर बच्चों को जानकारी दी जाय कि हर बुखार खतरनाक हो सकता है, दिमागी बुखार के कारण क्या हैं, दिमागी बुखार होने पर क्या करें और क्या न करें। क्लोरिनेशन हेमो, पेयजल को उबालना, साबुन से हाथ धोने तथा शौचालय प्रयोग इत्यादि के सम्बन्ध में बच्चों के साथ प्रभात फेरी, रैली, नारे तथा हैण्डपम्प स्थल बैठक जैसी सामुदायिक गतिविधियाॅ आयोजित की जायें।
दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए शिक्षकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक दिन उपस्थिति पंजिका जाॅचें और प्रत्येक उस बच्चे पर सतर्क दृष्टि रखी जाय जो लगातार पिछले 02 दिनों से स्कूल नहीं आ रहा हो। यदि ऐसा कोई बच्चा पाया जाता है तो उसके बारे में स्कूल प्रबन्धन समिति के सदस्यों से अवश्य पूछ-ताछ करें। मासिक बैठक के दौरान स्कूल प्रबन्धन समिति के सदस्यों को दिमागी बुखार के बारे में जागरूक किया जाय, दिमागी बुखार से सम्बन्धित पोस्टर को स्कूल में प्रमुख स्थानों प्रदर्शित करने के साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये गतिविधि कैलेण्डर के अनुसार अन्य गतिविधियों को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाय।
संचारी रोग नियंत्रण माह के सफल संचालन में ग्राम प्रधानों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए सभी ग्राम प्रधानों अपने ग्राम में अभियान के नोडल होंगे। सभी ग्राम प्रधान ‘‘संचारी रोग तथा दिमागी बुखारः बचाव एवं उपचार’’ विषय पर आयोजित होने वाले उन्मुखीकरण तथा संवेदीकरण बैठकों में भाग लेंगे तथा ग्राम स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता समितियों की बैठकें आयोजित करायेंगे जिसमें वे तथा दूसरे जनप्रतिनिधि अपने स्तर पर संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार पर जागरूकता बढ़ाने के लिए क्या कर सकते हैं, इस बात पर चर्चा करेंगे। सभी ग्राम प्रधान दूसरे अन्य विभागों जैसे जल निगम, पशुपालन, कृषि आदि के साथ सम्पर्क स्थापित कर इन विभागों से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन गाॅव में कराने के लिए मुख्य भूमिका निभायेंगे।
समस्त ग्राम प्रधानों से यह भी अपेक्षा की गयी है कि सफाई कर्मियों के साथ समुदाय में साफ-सफाई के लिए विशेष मुहिम चलाने में अग्रसर भूमिका निभाते हुए ग्राम शौचालयों का निर्माण एवं प्रयोग, सही वक्त पर साबुन से हाथ धोने तथा गाॅव में बावातरण को स्वच्छ बनाने का भी प्रयास करें। सभी ग्राम प्रधान समय-समय पर वार्ड स्तर पर छोटे समूह बैठकों का आयोजन कर समुदाय के लोगों को दिमागी बुखार से बचाव व उपचार सम्बन्धित जानकारी प्रदान करेंगे तथा बुखार होने पर उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाने के लिए भी प्रेरित करेंगे। ग्राम प्रधान अपने क्षेत्र में कार्यरत आशा, एएनएम, आॅगनबाड़ी कार्यकत्री आदि को उनकी जिम्मेदारियों को निभाने में भी सहयोग प्रदान करेंगे।
संचारी रोग नियंत्रण माह के सफल आयोजन के लिए समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि समस्त सहायक ब्लाक विकास अधिकारियों को क्षेत्र आवंटित कर दस्तक अभियान के सन्दर्भ में उनके क्षेत्र में किये गये कार्यो की समीक्षा करेंगे। समस्त बीडीओ को निर्देश दिया गया है ग्राम सचिवों को ग्राम स्तर पर आयोजित की जाने वाली गतिविधियों जैसे साफ-सफाई, जन जागरूकता, हैण्डपम्प/हैण्डपम्प प्लेटफार्म की मरम्मत, उथले हैण्डपम्पों का चिन्हीकरण, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त करना, विद्यालयों में छात्रों को दिमागी बुखार/संचारी रोगों के कारणों तथा बचाव के उपायों से अवगत कराने साथ-साथ फाॅगिंग, लार्वीसाइडल स्प्रे, एईएस के कारण विकलांग बच्चों का चिन्हीकरण कर उनको सहायता/उपकरण उपलब्ध कराना आदि के लिए निर्देशित कर दें। खण्ड विकास अधिकारियों का उत्तरदायित्व होगा कि वे ग्राम सचिवों द्वारा ग्राम स्तर पर सम्पादित कराये गये कार्यो की समीक्षा कर आख्या ब्लाक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से समन्वय समिति को उपलब्ध करायेंगे।
जनपद में 02 जुलाई से संचालित हो रहे संचारी रोग नियंत्रण माह को सफल बनाये जाने के उद्देश्य से सभी सम्बन्धित विभागों नगर विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, पशुपालन, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, कृषि, सिंचाई एवं सूचना विभाग को निर्देश दिया गया है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, विभाग से समन्वय स्थापित कर ब्लाक/जनपद स्तरीय समेकित कार्ययोजना तैयार कर अभियान को सफल बनाये जाने में सहयोग प्रदान करें