आये दिन महिला डॉक्टर मरीजों से करती है अभद्रता, सीएचसी मरीजों को घर बुलाकर करती हैं प्राइवेट इलाज
मरीजों को लिखती हैं बाहर की दवायें
फारुख हुसैन
पलियाकलां-खीरी। प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा एक तरफ मरीजों की देहरी तक इलाज हेतु 36 जिलों में 176 मोबाइल मेडिकल यूनीट सक्रीय करने की फिराक में है। वहीं सरकारी अस्पताल में जाने वाले मरीजों से डॉक्टर अभद्रता करने से बाज नही आ रहे। मरीजों को हर सुख-सुविधा प्रदान करने के लिए सूबे की सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं पलिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक मात्र महिला डॉक्टर शासन के निर्देशों को दरकिनार कर किसी से न डरने का दम भरते हुये मानवता को तार-तार करते हुए खुलेआम मरीजों की दुश्वारियां बढ़ा रही है। इतना ही नहीं, वह मरीजों और उनके तीमारदारों से आए दिन अभद्रता करती रहती हैं।
बताते चलें योगी सरकार के सख्त निर्देश है कि मरीजों के हितों को लेकर स्वास्थ्य विभाग में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों का फेरबदल करना आवश्यक है ताकि यहाँ कोई भी मरीजों से मनमानी न कर सके, मगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक मात्र महिला डॉक्टर सुष्मिता मिश्रा को शायद यह अस्पताल विरासत में दी गयी है या फिर पति के राजनीतिक पद के भ्रम में उक्त डाक्टर के अभद्र व्यवहार से विगत कई महीनों से मरीजों का शोषण होता चला आ रहा है, जिसे लेकर क्षेत्र के कई लोगों ने उक्त बेखौफ महिला डॉक्टर के अभद्रता को उजागर करते हुए सख्त कार्यवाही की मांग की है। शुक्रवार को भी उक्त डॉक्टर ने एक काफी बीमार महिला को दिखानें पहुंचे उसके पति से सीएचसी अधीक्षक डॉ सुरेन्द्र कुमार चौधरी के समक्ष अभद्र व्यवहार करते हुये कहा जो कर सकते हो कर लो मैं किसी से नही डरती। ज्यादा से ज्यादा मेरा ट्रांसफर ही होगा। जिसके बाद महिला को अन्य पुरूष डॉक्टर ने देखकर महिला का इलाज कर बोतल चढ़वाई। महिला डॉक्टर के इस प्रकरण को जिला चिकित्साधिकारी डॉ मनोज अग्रवाल को भी अवगत कराया गया है। उन्होनें लिखकर शिकायत देने की बात कही है। इस महिला डॉक्टर की बात करें तो यह नार्मल डिलीवरी जैसे मामलों में भी महिलाओं को एडमिट न करके प्राइवेट मे दिखाने या फिर जिला मुख्यालय का रास्ता दिखाती है। इस दौरान अन्य मरीजों ने बताया कि यह तानाशाह डॉक्टर मामूली बातों के दौरान भी मरीजों से झगड़े पर उतारू हो जाती है, जिसका जीता जागता प्रमाण आये दिन की तरह एक बार फिर तब देखने को मिला। शुक्रवार को हुये विवाद के चलते महिला मरीज के पति ने इसकी शिकायत मेडिकल कांउसिल इंडिया मेडिसन व सीएमओ को लिखित रूप से देने की बात कही है।