विद्युत विभाग की लापरवाही एंव भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीणों ने महापंचायत का आयोजन किया
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी विद्युत विभाग की लापरवाही एवं भ्रष्टाचार को लेकर बुधवार के दिन सड़क पर उतरे टीला शाहबाजपुर के ग्रामीणों के साथ शक्ति बरतते हुए, बिगड़ते माहौल पर काबू पाने के बाद पुलिस ने 11 लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया था। इसके विरोध में ग्रामीणों ने अगले दिन गुरुवार को एक पंचायत कर अधिकारियों के साथ वार्ता करना तय किया था। ताकि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कोई बीच का रास्ता निकाला जा सके। मगर 12 बज के बाद तक भी आयोजित पंचायत में कोई अधिकारी नहीं पहुंच सका था।
बता दें कि विद्युत विभाग की लापरवाही व मनमानी के चलते विद्युत लाइन के टूटे तार न बदलना, विद्युत आपूर्ति बाधित रहना व विद्युत बिलों के मामले में बढ़ते व्यापक भ्रष्टाचार आदि से तंग आ चुके टीला शाहबाजपुर व आस-पास के ग्रामीण बुधवार की शाम लोनी-गाजियाबाद मुख्य मार्ग पर उतर आए थे तथा विद्युत विभाग के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन करते हुए उन्होंने वहां जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया था। सूचना पाकर मय पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर मार्ग अवरुद्ध ना करने की अपील की, मगर गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने उनकी एक न सुनी। अंत में पुलिस को कड़ा रवैया अपनाना पडा और उन्हें वहां से खदेड़ते हुए किसी तरह आवागमन सुचारू कराना पड़ा था। जिसने मामले में 11 ग्रामीणों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया है। इसके विरोध में गांव में एकत्रित ग्रामीणों ने अगले दिन गुरुवार कि सुबह 10 बजे गांव के बरात घर में एक पंचायत कर वहां अधिकारियों के साथ वार्ता करना तय किया था। ताकि ग्रामीणों पर पंजीकृत किए गए मुकदमे वापस लिए जाने तथा अन्य समस्याओं के निस्तारण हेतु कोई बीच का रास्ता निकाला जा सके। मगर समाचार लिखे जाने तक पंचायत स्थल पर कोई भी विभागीय अधिकारी या कर्मचारी वहां नहीं पहुंच सका था।
मुकदमा वापस न लेने पर ग्रामीण देंगे गिरफ्तारी
निर्धारित समनुसार गांव के बरातघर में आयोजित पंचायत का नेतृत्व कर रहे बसपा के वरिष्ठ नेता ईश्वर मावी का कहना था कि पंचायत में किसी भी अधिकारी का अबतक न पूछना ही उनकी छोटी मानसिकता को दर्शाता है। जो शायद ग्रामीणों की समस्याओं का निदान कराना ही नहीं चाहते हैं। पुलिस ने हमारे 11 साथियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है यदि वह वापस नहीं लिए गए तो सैकड़ों की तादाद में हम ग्रामीण भी अपनी गिरफ्तारी देने से पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान वहां सैकड़ों की तादाद में गांव के ग्रामीण व आस-पास के अन्य लोग मौजूद थे।