मदरसे में पढ़ने जा रहे 13 बच्चों को ट्रेन से उतारा
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : जोगबनी से आनंद विहार टर्मिनल जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस के एस-5 कोच में सवार 13 बच्चों को रेलवे चाइल्ड लाइन ने ट्रेन से उतार लिया। बच्चे दिल्ली के मदरसे में पढ़ने के लिए जा रहे थे। उनके साथ कोई भी परिजन नहीं था। चाइल्ड लाइन ने बच्चों को सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया है। परिजनों को सूचित कर दिया गया है।सीमांचल एक्सप्रेस बुधवार को दोपहर में 1.39 बजे इलाहाबाद जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर आई। चाइल्ड लाइन वाले प्लेटफार्म पर सर्च कर रहे थे, तब उन्हें एस-5 कोच में कई बच्चे दिखाई दिए।
पूछताछ करने पर बच्चों ने बताया कि वह बिहार के अरारिया जिले थाना जोविहार के गांव अजबा के रहने वाले हैं। दिल्ली के मदरसे के लिए पढ़ने जा रहे हैं। दिल्ली में किस मदरसे में उन्हें पढ़ने जाना है। इसके बारे में किसी बच्चे को जानकारी नहीं थी। बच्चों के पास टिकट थे। शंका होने पर चाइल्ड लाइन के रघुनाथ राय ने सभी बच्चों को ट्रेन से उतार लिया। इसके पश्चात प्लेटफार्म नंबर एक पर जीआरपी पोस्ट पर लेकर गए।
जीआरपी ने भी बच्चों से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने कुछ बताया नहीं। बाद में चाइल्ड लाइन ने बच्चों को सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष कमलेश यादव के सामने पेश किया। बच्चों से पूछताछ की गई, लेकिन वह कुछ ज्यादा बता नहीं पाए। बच्चों ने अपने परिजनों को मोबाइल नंबर बताया, जिस पर फोन करके उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया। चाइल्ड लाइन के टीम मेंबर रघुनाथ राय ने बताया कि जिन बच्चों को ट्रेन से उतारा गया, उनकी आयु 8 से 14 वर्ष है। वह दिल्ली में किस मदरसे में पढ़ने जा रहे थे। उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाए। बच्चों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। जब वह यहां पर आएंगे तो उन्हें सौंप दिया जाएगा। अभी बच्चों को खुल्दाबाद स्थित बाल संरक्षण गृह में रखा गया है।