श्रावण मास पर खुले मांस बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग
आफ़ताब फारुकी
इलाहाबाद। विश्व हिन्दू परिषद् अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासंघ ने सिटी मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर 27 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण मास पर कांवरियों के यात्रा मार्ग पर खुले में हो रही मांस के बिक्री की दुकानें तत्काल हटवाने का सुझाव पत्र दिया और मजिस्ट्रेट ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
शुक्रवार को महासंघ के प्रदेश महामंत्री अमित आलोक पांडेय के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कनौजिया को एक सुझाव पत्र देकर कहा है कि 27 जुलाई से हिंदुओं की आस्था एवं श्रद्धा का श्रावण मास प्रारंभ होने जा रहा है। इस पावन अवसर पर भक्त कंवरिया पदयात्रा करके गाते बजाते काशी विश्वनाथ पहुंचकर भगवान शिव को जल चढ़ाते हैं। उसके पूर्व प्रयाग संगम में स्नान करके जल लेकर काशी की ओर बढ़ते हैं। सिटी मजिस्ट्रेट को सुझाव पत्र देते हुए मांग किया कि यात्रा मार्ग से खुले में हो रही मांस की बिक्री की दुकानें तत्काल हटवाई जाए नागवासुकी मंदिर से किला घाट जाने वाली मार्ग गड्ढा युक्त है, उन्हें गड्ढा मुक्त किया जाए, मार्ग में प्रकाश, पुलिस स्वास्थ्य सचल शौचालय की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।सिटी मजिस्ट्रेट श्री कनौजिया ने कार्यवाही करने का ठोस आश्वासन दिया। सभी कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कांवरियों पर पुष्प वर्षा का आदेश देने हेतु उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि बहुत दिनों बाद ऐसा लगता है कि भारत एक आध्यात्मिक राष्ट्र है, उसकी झलक सनातन भारतीय संस्कृति के संवाहक योगी आदित्यनाथ के आदेशों में दिखती है। इस अवसर पर विनय दुग्गल, गौरीश आहूजा, राजीव टंडन, पवन श्रीवास्तव, विनोद सोनकर, शनी यादव, आकाश सोनकर, अंकित सोनकर सहित अन्य कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।