पेयजल सप्लाई ठप होने से कॉलोनी वासियों का बुरा हाल
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी वार्ड नंबर-35 और 42 में करीब तीन महीनों से पेयजल सप्लाई ठप पड़ी है। पेयजल नहीं मिलने से कॉलोनी वासियों का बुरा हाल है। उनका आरोप है कि नगरपालिका और जल विभाग को कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आज तक समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर कॉलोनी वासियों ने धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर-35 और 42 में शिव विहार-1, राजधानी इन्क्लेव, निशांत कॉलोनी, सिल्वर सिटी, अशोक विहार व गढ़ी जस्सी में पिछले तीन महीनों से पेयजल की सप्लाई ठप है। ऐसे में कॉलोनीवासी हैंडपंप का पानी पीने के लिए मजबूर हैं। कॉलोनी के अधिकांश लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। क्योंकि कॉलोनियों के कई मोहल्लों में हैंडपंप तक नहीं है। पानी नहीं मिलने से कॉलोनीवासियों को रोजमर्रा के कामों में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। राजधानी इन्क्लेव निवासी ब्रह्मपाल नागर ने बताया कि करीब तीन-चार महीने से पानी की स्पलाई ठप है। इसकी वजह से पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। लोग हैंडपंप का दूषित पानी पीने के मजबूर हैं। राजधानी इन्क्लेव की ही निवासी चंद्रकला देवी का कहना है पानी नहीं मिल रहा है। ऐसे में उन्हें पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है, क्योंकि घर में ना कोई हैंडपंप और ना ही सबमर्सिबल है। आस-पड़ोस से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। पूरा दिन पानी लाने में बीत जाता है। इसकी वजह से घर के दूसरे काम नहीं हो पा रहे है। वही शिव विहार कॉलोनी निवासी रामविलास का कहना है कि सप्लाई ठप होने के कारण महंगा पानी खरीदना पड़ रहा है। वह रोजाना 40 से 50 रुपए पीने के पानी पर खर्च कर देते हैं। इससे आर्थिक बोझ बढ़ गया है।शिव विहार कॉलोनी निवासी रीता देवी का कहना है कि उनकी प्रतिदिन की दिनचर्या पानी नहीं मिलने की वजह से प्रभावित हो रही है। सुबह पूजा करने के समय पानी नहीं मिलने के चलते वह नहा नहीं पाती हैं।राजधानी इन्क्लेव में रहने वाल जाहिद का कहना है कि गर्मी के मौसम में पीने का पानी नहीं मिलने से उनका व उनके परिवार का बुरा हाल है। हैंडपंप का दूषित पानी मजबूरन पीना पड़ रहा है। छोटे बच्चों को भी वही पानी पिला रहे हैं। इस संबंध में नगरपालिका ईओ शालिनी गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर जल्द ही पानी की सप्लाई बहाल कराई जाएगी।