जालौन (उरई) मेडिकल कालेज या गुंडागर्दी का अड्डा.
विनय याज्ञिक
(जालौन) उरई जनता को राहत वास्ते सपा सरकार के मुखिया मुलायम सिंह द्वारा बनाये गए मेडिकल कालेज की दुर्दशा और डॉक्टरों की गुंडई ने मरीजों और तीमारदारों के होश उड़ा दिए है रोज कोई ना कोई घटना होना मेडिकल में आम बात हो गयी है उसपर भी कालेज प्रभारी प्राचार्य महोदय जानबूझकर अनभिज्ञ बने हुए है जबकि शासनादेश के अनुसार कोई शासकीय डाक्टर प्राइवेट प्रेक्टिस नहीं कर सकता जो यहां कालेज में तैनात डाक्टर धड़ल्ले से प्राइवेट प्रेक्टिस में मशगूल बताए जाते है उन्हें तो कमाई नजर आ रही है मेडिकल में आने वाले मरीजों के साथ आये दिन दुर्व्यवहार करना डॉक्टरों की आदत बन चुकी है ।
बताया जाता है कि मेडिकल में तैनात डाक्टर पढ़ने वाले नए लड़कों को आगे करके ये सब घटनाएं कराने में कतई नहीं चूकते । उल्लेखनीय है कि उरई मेडिकल में मलाईदार पोस्ट प्राचार्य की होने से तीसरी बार पुनः पधारे चंद्राजी जानबूझकर अनदेखी करते है जिससे कभी भी मेडिकल कालेज में कोई बड़ी घटना घट सकती है
प्रदेश के मुखिया योगीजी के नियमों की अनदेखी करना और मनमाने तरीके से कॉलेज का माहौल बिगाड़ना उन गरीब मरीजों पर भारी पड़ रहा है जिनके पास कोई दूसरा उपाय नही है बताया तो ये भी गया है कि शाम होते ही कालेज में प्रशासन -शासन द्वारा छापेमारी कराई जाए तो बहुत कुछ ऐसा उजाजर हो जाएगा जिसकी लोग कल्पना भी नही करते होंगे ।मेडिकल कालेज की शिकायतों का पुलंदा इतना भारी होता जा रहा है कि जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करके स्थिति सुधारना और मरीजो को उचित इलाज की व्यवस्था को ध्यान में रखकर कार्य करना होगा ।