सिपाही की थी पैनी नज़र वरना हो सकती थी बड़ी दुर्घटना
भुवनेश्वरी मलिक
वाराणसी। कैंट रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को उस समय उहापोह की स्थिति बन गई, जब प्लेटफार्म नंबर पांच की रेल पटरी टूटी हुई मिली, जिसे आरपीएफ के जवान संजय प्रसाद ने टूटी देखी।
रेल पटरी टूटी मिलने के कुछ देर पहले ही इसी प्लेटफार्म से रक्सौल जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस ट्रेन गुजरी थी। इसकी सूचना जैसे ही रेलवे कंट्रोल रूम को मिली स्टेशन पर उहापोह की स्थिति हो गई। आरपीएफ जवान की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने आनन फानन में टूटे हुए रेलवे ट्रैक की मरम्मत करायी, जिससे रेल यातायात सुचारू रूप से चालू कराया गया।
वाराणसी जंक्शन पर तैनात आरपीएफ के सिपाही संजय प्रसाद की सूझ बूझ से कई जिंदगियां बची। संजय ने प्लेट फार्म नम्बर 5 पर गुज़र रहे ट्रैक की टूटी पटरी को देखकर तत्काल इस घटना से रेल अधिकारियों को सूचित किया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
बताया जाता है कि उसी ट्रैक से कुछ देर बाद आर्मी स्पेशल ट्रेन को गुज़रना था। इस सम्बन्ध में आरपीएफ सिपाही संजय प्रसाद ने बताया कि मै ड्यूटी के दौरान प्लेटफार्म नंबर 5 पर था। रक्सौल जाने वाली सद्धभावना एक्सप्रेस के गुजरने के बाद मै प्लेटफार्म पर था उसी समय मेरी नज़र टूटे हुए रेलवे ट्रैक पर पड़ी। ट्रैक को टूटा हुआ देखकर मैंने तुरंत आरपी एफ इसंपेक्टर अनूप सिन्हा को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसकी सूचना आप डिप्टी एसएस को दे दीजिये, मैंने उनको सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे डिप्टी एसएस अनूप सिन्हा और रेलवे के अधिकारियों ने टूटे हुए ट्रैक का निरिक्षण किया। जिसके बाद कई ट्रेनों को आउटर पर रोककर रेलवे ट्रैक को सही कराया गया, उसके बाद आवागमन चालू हुआ।
इस समबन्ध में कैंट रेलवे स्टेशन के टेक्नीशियन फिटर बचाऊ यादव ने बताया कि हम दूसरे ट्रैक पर कार्य कर रहे थे कि तभी एसएस का फोन आया कि सारे काम छोड़कर अपनी टीम के साथ प्लेटफार्म नंबर 5 पर पहुंचिए। हम अपनी मशीनों के साथ वहां पहुंचे तो देखा ट्रैक टूटा हुआ था। उसी ट्रैक से दस मिनट पहले सद्भावना एक्सप्रेस गुजरी थी। हमने तुरंत होल करके नट बोल्ट के द्वारा प्लेट लगाकर उसे सही कर दिया, जिसके बाद आउटर पर खड़ी आर्मी स्पेशल ट्रेन को इस पर से गुज़ारा गया।
ज्ञात हो कि आतंकवादी हमलों का दंश झेल चुके वाराणसी जंक्शन पर पटरी का इस तरह टूटा होना एक जांच का विषय है, फिलहाल इस सम्बन्ध में रेलवे अधिकारियों ने कोई भी बात करने से मना कर दिया।