प्रधानमंत्री से मिलने का वक्त लेने पहुचे थे विपक्षी पार्षद, रोक लिया पुलिस ने
अनुपम राज/इदुल अमीन
वाराणसी। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज पूरा विपक्ष एकत्रित होकर कल के प्रधानमंत्री के शहर में प्रस्तावित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री से मिलने का समय लेने की लालसा लिया वाराणसी स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय पहुचे ही थे कि पुलिस ने उनको रास्ते में रोक लिया. दरअसल विपक्षी पार्षदों का दल पत्र के माध्यम से कल वाराणसी आ रहे प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए वक्त मांगना चाहते थे. मगर प्रधानमंत्री के कार्यालय में उन्हें प्रवेश तक नहीं मिल सका। कार्यालय के बाहर भारी संख्या में तैनात पुलिस ने पार्षदों को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया।जिस पर पार्षदों ने डीएम वाराणसी से लेकर उपजिलाधिकारी प्रोटोकॉल तक वार्ता करके 2 दिन के दौरे पर वाराणसी आ रहे प्रधानमंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की। परंतु पार्षदों को केवल निराशा हाथ लगी।
सभी विपक्षी पार्षदों ने एक स्वर में यह आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में यह कार्यालय केवल हाथी दांत के समान है. अगर आपको तानाशाही का आलम देखना हो तो यहां जरूर आएं। यह अत्यंत ही शर्मनाक स्थिति है कि वाराणसी की जनता द्वारा चुने हुए पार्षदों से शहर के सांसद के कार्यालय में बैठने वाले कार्यालय सचिव ने पत्र लेने व मिलने तक से इनकार कर दिया। यह सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान है।
प्रधानमंत्री से मुलाकात की इच्छा रखने वाले पार्षदों में मुख्य रूप से सीताराम केसरी, कमल पटेल, राजेश पासी, अजीत सिंह, हारुन अंसारी, सुनील यादव, वरुण सिंह, रमजान अली, गुलशन अली, अनिल शर्मा, बिलाल अहमद, बबलू शाह, रियाजुद्दीन मौलाना, रेशमा परवीन, सीता शर्मा, अंकिता यादव, ओम शंकर शुक्ला, चंचल शर्मा,सत्यप्रकाश सोनू, दूधनाथ, असलम खान, साजिद अंसारी, अवनीश यादव, आदि पार्षद एवं पार्षद पति उपस्थित थे।