पेंशन पर बढ़ेगी तकरार
कानिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : पेंशन कटौती की आस में बैठे अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों का धैर्य जवाब देने लगा है। पुरानी पेंशन की मांग पूरी होती नजर नहीं आ रही, वहीं कइयों की अभी नई पेंशन कटौती भी शुरू नहीं हुई। अधिकारी सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन उसके अनुरूप अभी तक हुआ कुछ नहीं। इसके चलते शिक्षकों व कर्मचारियों ने सरकार को घेरने की योजना बनाई है।
एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक व कर्मचारियों की नई पेंशन कटौती की मांग काफी पुरानी है, जिसे शुरू करने के लिए सभी लंबे समय से लामबंद हैं, लेकिन सरकार की बेरुखी के चलते उनकी मांग अधर में लटकी है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ‘शर्मा गुट’ के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा व विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी इसको लेकर निदेशक कोषागार उत्तर प्रदेश से कई मुलाकात कर चुके हैं। पेंशन कटौती का आदेश भी जारी हो चुका है लेकिन उसे जमीनी स्तर पर अभी तक लागू नहीं किया गया। शर्मा गुट के प्रातीय सदस्य डॉ. शैलेश कुमार पांडेय बताते हें कि नई पेंशन को लेकर लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है। इसके चलते अधिकांश अध्यापकों को प्रान नंबर (परमानेंट रिटायरमेंट एकाउंट नंबर) आवंटित हुआ है। बावजूद इसके अभी 40 प्रतिशत शिक्षकों व कर्मचारियों की पेंशन कटौती नहीं हो पा रही है, जिसके चलते असंतोष बढ़ रहा है। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महेशदत्त शर्मा कुंजबिहारी मिश्र, अजय कुमार सिंह ने कहा कि नई के बाद पुरानी पेंशन की लड़ाई छेड़ी जाएगी, क्योंकि यह हमारा हक है जिसे कोई नहीं ले सकता।