दूसरे सावन सोमवार को हर तरफ हर-हर बम -बम
कानिष्क गुप्ता
इलाहाबाद। सत्य, शक्ति व साधना के प्रतीक, देवाधिदेव महादेव की स्तुति के लिए जाने जाने वाले श्रावण मास के दूसरे सोमवार पर जमकर स्तुति हुई। हर तरह हर-हर बम बम की गूंज रही। मनोवाछित फल की प्राप्ति के लिए भक्तों ने व्रत रखा। शिवालयों में जलाभिषेक के लिए कतार दिखी। घरों व मंदिरों में रुद्राभिषेक, महाभिषेक का क्रम चला। इस दिन त्रिग्रहीय योग का दुर्लभ संयोग था। निष्काम भाव से शिव स्तुति कर मनोवाछित फल की प्राप्ति की कामना की गई। ख्यात लब्ध शिवालय कांवरियों से अटे पड़े रहे। बेल पत्र की मांग सबसे ज्यादा रही। ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी के मुताबिक सोमवार को कर्क राशि में सूर्य, बुध व राहु का संचरण है जबकि दशमी की पूर्ण तिथि मिल रही है, कृतिका व रोहिणी नक्षत्र एवं ध्रुव नामक योग से साधकों को मनोवाछित फल की प्राप्ति होगी। शिवलिंग पर बेलपत्र युक्त गंगाजल अर्पण करने मात्र से साधक को शिव पुराण एवं शिव महायज्ञ अनुष्ठान के बराबर फल मिलेगा।
जीटी रोड पर आस्था का सैलाब
श्रावण के दूसरे सोमवार को जीटी रोड पर आस्था का सैलाब नजर आया। बोल बम के उद्घोष के साथ कांवरियों का जत्था दारागंज स्थित दशाश्वमेध घाट से जल भरकर काशी की तरफ बढ़ता दिखा। जत्थों में बच्चों के साथ महिलाएं भी थीं।
गूंजा बोल बम का जयकारा
फाफामऊ के करीब पड़िला महादेव में जलाभिषेक के लिए कांवरियों की कतार सुबह से लगी नजर आई। दर्शन व जलाभिषेक का सिलसिला उत्साह से चला। चहुंओर भक्ति भाव नजर आया। यमुनापार में जारी इलाके के कई गांवों से कांवरियों के जत्थे जलाभिषेक के लिए बाबा बैजनाथ धाम, काशी विश्वनाथ गए हैं। कांवरियों के जत्थे डीजे से लैस हैं। दश्वाश्वमेघ घाट से जल भर कर वह पैदल काशी के लिए निकले हैं। जहौं तेरस पर जलाभिषेक करेंगे। इससे पहले जारी बाजार स्थित हनुमान मंदिर पर पूजन-अर्चन किया गया।
प्रतापगढ़ में भक्ति का जोश
प्रतापगढ़ में भी शिव जी के भक्त दूसरे सावन सोमवार पर मतवाले नजर आए। जलाभिषेक करने के लिए उन्होंने फाफामऊ, मानिकपुर से गंगाजल लिया। श्रीराम लीला सेवा समिति की तरफ से चिलबिला नगर में युवा व्यवसायी कांवरियों की सेवा सत्कार में तत्पर नजर आए। बेलखर नाथ धाम मार्ग पर स्थित श्रीराम वाटिका के मुख्य द्वार पर भी कांवरियों के लिए विश्राम स्थल की व्यवस्था की गई है। यहां उनके पांव धोए जाते हैं। नमक मिले पानी से स्नान कराया जाता है।
भंडारे में लिया प्रसाद
सेवा ट्रस्ट के संरक्षक और रानीगंज के विधायक धीरज ओझा के मार्गदर्शन में इलाहाबाद -फैजाबाद मार्ग पर बाबागंज में हनुमान मंदिर के सामने भंडारा आयोजित किया गया। ट्रस्टी अश्विनी सोनी के लिए विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक को जाने वाले कांवरियों की सेवा की गई। प्रसाद स्वरूप हलवा भी वितरित किया गया। उनकी सेहत की भी जांच की गई। उधर नवयुवक कांवरियां संघ कटरामेंदनीगंज बाजार से 55 कांवरियों का जत्था रवाना हुआ। डीजे की धुन पर खजोहरी नहर के पास से कांवरिए अगले पड़ाव के लिए निकले। अजय कुमार गुप्ता ननके ने उन्हें गेरुआ कपड़ा दिया। दिनेश गुप्ता, पूर्व चेयरमैन राम किशोर साहू, प्रदीप गुप्ता, संदीप गुप्ता के सहयोग से उन्हें मिठाई, नमकीन खिलाने के साथ-साथ पानी की बोतल दी गई। यह कांवरिये तीसरे सोमवार को बाबा बैजनाथ में जाकर जल चढ़ाएंगे। जिले के बाबा बेलखर नाथ धाम पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। बेलपत्र, दूध, मंदार, पुष्प, गंगाजल, अगरबत्ती, धूप सहित अन्य पूजा सामग्री के साथ विधि विधान से भगवान भोलेनाथ की स्तुति की गई। ओम नम: शिवाय का अखंड संकीर्तन माहौल को भक्तिभाव मय बना रहा था। सुरक्षा की ²ष्टि से डेढ़ सेक्शन पीएसी के साथ दीवानगंज चौकी इंचार्ज मनोज ¨सह यहां तैनात थे।
भोला भांग तुम्हारी पीसत-पीसत हारी
शिवस्थली घुइसरनाथ धाम में भी सुबह से ही जत्था डीजे के जरिए बज रहे भक्तिगीतों पर नाचते-गाते जयकारा लगाते कांवरिये पहुंचते रहे। जलाभिषेक के लिए कांवरियों का जत्था मानिकपुर, कालाकांकर से ही नहीं वरन श्रंगवेरपुर, प्रयाग से भी गंगाजल लेकर यहां पहुंच थे। परिसर में बना गंगा सरोवर आकर्षण का केंद्र बना था।
कौशांबी में हर तरफ बोलबम
कौशांबी में भी विभिन्न क्षेत्रों में दूसरे सावन सोमवार पर माहौल भक्तिभाव से भरा नजर आया। बारिश नहीं हुई। मौसम साफ था, इससे श्रद्धालुओं में काफी उत्साह था। सिराथू तहसील के कसिया पश्चिम गांव से दर्जनों कांवरियां बोलबम के नारों के साथ बनारस रवाना हुए। वहां से वह बाबा बैजनाथ के धाम पहुंचेंगे। गौसपुर व बबुरा गांव से भी कांवरियों का जत्था बाबाधाम गया है।
विहिप कार्यकर्ताओं ने किया जलाभिषेक
बजरंग दल कार्यकर्ता रविवार को संदीपन गंगा घाट से कांवर में जल भर बोलबम के जयकारे लगाते हुए मंझनपुर आए और बड़ा शिवालय में पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। जयकारे से मंदिर परिसर का माहौल भक्तिमय हो गया।