एक साथ उठीं तीन अर्थियां, बिलख पड़ा गांव

कानिष्क गुप्ता

इलाहाबाद : पड़ोसी जिले प्रतापगढ़ के बरछलिया नटोही गांव अब तक न जाने कितनी बार खुशी और गम का साक्षी रहा होगा, लेकिन शनिवार को इस गांव ने जो नजारा देखा, उसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की रही होगी। गांव में एक-दो नहीं, बल्कि तीन अर्थियां एक साथ उठीं। लोग कंधों पर जब अर्थियां लेकर निकले तो पूरा गांव बिलख पड़ा। मरने वाले लोग अलग-अलग परिवार के थे, लेकिन जाते-जाते इंसानियत का संदेश दे गए। अगर किसी को बचाने में अपने प्राण को न्यौछावर करना पड़े, तो पीछे नहीं हटना चाहिए।

प्रतापगढ़ जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के बरछलिया नटोही गांव के शंभूनाथ मौर्या का बेटा सचिन (17) शनिवार की सुबह घर से कुछ दूर स्थित ट्यूबवेल का पट्टा खोलने गया था। पट्टा खोलते समय उसका पैर फिसल गया और वह ट्यूबवेल के कुएं में गिर गया था। कुएं में जहरीली गैस थी। शोर सुनकर जंत्री पांडेय का पुरवा निवासी दिलीप गौतम (30) पुत्र राम भरोसे उसे बचाने पहुंचा, लेकिन वह भी जहरीली गैस से अचेत हो गया था। इसके बाद छोटेलाल (50) पुत्र महादेव भागकर दोनों को बचाने के लिए कुएं में उतरा तो वह भी अचेत हो गया था। इसमें तीनों की मौत हो गई थी। रविवार को तीनों का कालाकांकर गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ तीन लाशें जलती देख लोगों की आंखें नम हो गईं।

गांव वालों के लिए काला दिन रहा शनिवार : शनिवार का दिन बरछलिया नटोही गांव के लोगों के लिए काला दिन साबित हुआ। यहां एक की जान बचाने के लिए तीन लोग काल के गाल में समा गए। कुएं से निकली जहरीली गैस ने तीन लोगों की जान ले ली। ग्रामीणों व प्रशासन के घंटों प्रयास के बाद भी ¨जदगियां नहीं बचाई जा सकीं। इस घटना के बाद से गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले।

बेटे की असमय मौत से टूट गए शंभू : कुएं में जहरीली गैस के चलते सचिन की मौत की जानकारी जब उनके पिता शंभूनाथ को मिली, तो वह हक्के-बक्के रह गए। बेटे की मौत से वह इस कदर टूट गए हैं कि उनकी जुबान से कोई शब्द नहीं निकल रहा है।

हमार लड़कन के अब का होई. : बरछलिया नटोही गांव स्थित ट्यूबवेल के कुएं में जहरीली गैस की घटना में अपने पति को खोने वाली दिलीप की पत्नी रेखा देवी की रो-रो कर हालत खराब है। आसपास की महिलाएं उसे सांत्वना दे रही थीं, लेकिन रोते-रोते अचानक वह बेहोश हो जा रही थी। फिर जब होश आता, तो अपने 12 वर्षीय बेटे नितिन व सात वर्षीय बेटे निहाल को देख कर चिल्लाने लगती इ का होइगवा, अब हमार लड़कन के का होई। कैसे रहिहैं, कहकर फिर बेहोश हो जाती थी। रेखा देवी की चीत्कार व दहाड़ मारकर रोने से लोग मर्माहत हैं।

एक साथ छिन गई तीन परिवारों की खुशियां : बरछलिया नटोही गांव स्थित खेत में लगे ट्यूबवेल के कुएं में उतरे किशोर को बचाने के दरम्यान एक-एक कर तीन लोगों की मौत गई। एक साथ तीन लोगों की मौत से पूरा गांव शोक में डूब गया और एक साथ तीन-तीन परिवारों के घर मातम छाया हुआ है। घटना के बाद से तीनों परिवार के लोग स्तब्ध हैं। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

बन गया मौत का कुआं : ट्यूबवेल का जो कुआं खेतों की ¨सचाई का काम करता था, अब वह मौत का कुआं बन चुका है। गांव के लोग उसके पास जाने से कतराने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जो कुआं खेतों की सिंचाई में मदद करता है, वहीं कभी मौत का कुआं बन जाएगा।

अंतिम संस्कार के लिए दी आर्थिक सहायता : पूर्व कैबिनेट मंत्री व कुंडा विधायक कुंवर रघुराज प्रताप ¨सह राजा भइया व एमएलसी अक्षय प्रताप ¨सह के निर्देश पर रविवार को बाबागंज विधायक विनोद सरोज, राजा भइया प्रतिनिधि हरिओम शंकर श्रीवास्तव व ब्लाक प्रमुख कालाकांकर बीएन ¨सह बरछलिया नटोही गांव पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए 10-10 हजार रुपये की तत्कालिक सहायता राशि प्रदान की। इस दौरान विधायक ने पीड़ित परिजनों को सांत्वना देते हुए कहाकि यह घटना काफी दुखद है। इस दुख की घड़ी में राजा भइया परिवार उनके साथ है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *