रूट डायवर्जन के चलते इलाहाबाद शहर में दूसरे दिन भी रहा जाम
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : कुंभ से करीब सात पहले मंगलवार को शहर में जिस तरह सड़कों पर महाजाम लगा उसने सारे इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुंभ के दौरान करीब 15 करोड़ श्रद्धालुओं के इलाहाबाद आने का अनुमान है, तब ट्रैफिक मैनेजमेंट की असली परीक्षा होगी। बहरहाल वाराणसी रोड पर शास्त्री पुल पर लगा जाम आधी रात खत्म होने से बुधवार सुबह कुछ राहत रही, लेकिन फाफामऊ और निरंजन सिनेमा के आसपास जाम से लोग हलकान रहे।
वाराणसी रोड पर मंगलवार दोपहर से जो जाम लगा था, वह रात दो बजे के आसपास ही छटा। हालात यह थी रात एक बजे एसएसपी नितिन तिवारी को खुद मोर्चा संभालना पड़ा। आला पुलिस अधिकारियों के मौके पर डटने से किंकर्तव्यविमूढ़ नजर आ रहे पुलिस वालों ने पसीना बहाया। बारिश के दौरान जाम हटाने में उन्हें पसीना छूट गया। इससे पहले कानपुर रोड पर मंगलवार दोपहर रूट डायवर्जन के चलते पुराना शहर भीषण जाम की चपेट में आ गया था। सबसे ज्यादा दिक्कत लूकरगंज और बेनीगंज में रही। लीडर रोड व जानसेनगंज की सड़क पर भी वाहन रेंगते रहे। यहां शाम छह बजे के बाद स्थिति और खराब हुई। ट्रैफिक पुलिस को जाम हटाने में पसीना आ गया।
फ्लाईओवर के चलते हाईकोर्ट पानी टंकी से लेकर सप्लाई डिपो के बीच दोपहर दो बजे बैरियर लगाकर आवागमन रोक दिया गया है। नवाब युसुफ रोड से धूमनगंज की तरफ जाने वाले वाहन ओवरब्रिज पारकर लूकरगंज होते हुए चौफटका ओवर ब्रिज की तरफ से गुजरने लगे। धूमनगंज की ओर से सिविल लाइंस की तरफ आने वाले वाहनों के लिए सप्लाई डिपो के पास तारापोर द्वार होकर सैन्य क्षेत्र से सदर की तरफ वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। कैंट क्षेत्र की सड़क पर ज्यादा परेशानी तो नहीं हुई लेकिन चौफटका ओवर ब्रिज से लेकर खुसरोबाग तक जाम लगने लगा। डीएसए ग्राउंड के पास से खुसरोबाग होते हुए मछली मंडी फिर लूकरगंज चौकी और बेनीगंज होते हुए धूमनगंज व झलवा की तरफ जाने का एक मात्र ही रास्ता है। इसलिए वाहनों की आवाजाही तेज हुई तो जाम लग गया। मछली मंडी के पास जेसीबी लगाकर नाले के लिए खोदाई चल रही है। युनानी मेडिकल कॉलेज वाली रोड बंद थी। राहगीरों ने सिविल लाइंस और पुराने शहर से आने-जाने के लिए हाईकोर्ट पानी की टंकी की बजाय जानसेनगंज का रास्ता अपनाया तो वहां भीषण जाम लग गया।
सैन्य क्षेत्र में बसों का आवागमन प्रतिबंधित
तारापोर द्वार और सदर बाजार के बीच सैन्य क्षेत्र में बसों व बड़े वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है। इस रोड से सिटी बस भी नहीं आ-जा सकती है। इससे मुसाफिरों को काफी परेशानी हो रही है।
कानपुर का सफर कठिन हुआ
फतेहपुर की तरफ से इलाहाबाद आने वाली रोडवेज बस व दूसरे वाहन कौशांबी में कोखराज से डायवर्ट होंगे और सोरांव, फाफामऊ होते हुए इलाहाबाद आएंगे। इलाहाबाद की तरफ से तेलियरगंज, फाफामऊ, सोरांव होते हुए कोखराज की तरफ से फतेहपुर व कानपुर की तरफ से जा सकेंगे। इस तरह कानपुर का सफर कठिन हो चला है। अगले दो महीनों तक यही स्थिति रहेगी। दरअसल रूट डायवर्जन के अनुरूप न ठीक से सड़कें बनी हैं, न मलबा ही हटा है। इससे लोगों को दिक्कतों से जूझना पड़ेगा।
पर्याप्त फोर्स लगाने का दावा
एसपी (ट्रैफिक) कुलदीप सिंह का कहना है कि सैन्य क्षेत्र से सिटी बसों के लिए अनुमति नहीं है। रोडवेज बस फाफामऊ होकर ही आए और जाएंगी। खुसरोबाग मछली मंडी के निकट नाला खोदाई का काम खत्म होने पर पुराने शहर में दबाव कम हो जाएगा। सभी स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया है।
फ्लाईओवर का होना है यह काम
पानी की टंकी पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक सतीश कुमार की मौजूदगी में दोपहर तीन बजे के बाद दोनों ओर कंकरीट के आठ-आठ ब्लाक रखकर मार्ग सीज कर दिया गया। निर्माणाधीन फ्लाईओवर में पानी की टंकी से करियप्पा गेट तक बीम व स्लैब डालने का काम पूरा किया जाएगा। 40 बीम व आठ स्लैब पड़ने हैं। एक बीम की लंबाई सवा 28 मीटर है। एक स्लैब 30 मीटर लंबा होगा।
खामियां जो शहरियों को पड़ेगी भारी
कुंभ के मद्देनजर कराए जा रहे कार्यो के चलते सड़क के गड्ढों को नहीं भरा गया है। साथ ही जगह जगह सड़क चौड़ीकरण के लिए फुटपाथ को खोदकर छोड़ दिया गया है। नवाब युसूफ रोड के डिवाइडर जगह-जगह टूटे हैं। पैदल चलने वालों के लिए कोई प्रबंध नहीं है। फुटपाथ पर दुकानें भी नहीं हटाई गई हैं, जो जाम का सबब बनेंगी।