मेजा हत्याकांड – ताबड़तोड़ छापे, तीन को उठाया
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : मेजा रोड पर बम मारकर दवा दुकानदार विनोद कुमार ओझा (55) की हत्या के मामले में पुलिस की दो टीमों ने ताबड़तोड़ छापामारी कर तीन लोगों को उठाया है। मेजा पुलिस के साथ ही एसएसपी नितिन तिवारी ने हत्या से पर्दा उठाने के लिए क्राइम ब्रांच को लगाया है।
मेजा थाना क्षेत्र के गुरुदत्त का पूरा (लोहाड़) गांव निवासी शंभूनाथ के तीन बेटों में दूसरे नंबर का विनोद था। वह मेजा रोड चौराहे पर मेडिकल की दुकान चलाता था। कहा जा रहा है कि रात करीब साढ़े आठ बजे कुछ युवक दुकान पर पहुंचे और बमबाजी कर दी। सीने में बम लगते ही धमका हुआ तो विनोद घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। धमाके की आवाज सुन आसपास के दुकानदार मौके पर पहुंचे और जख्मी विनोद को निकट के अस्पताल में ले गए। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हत्याकांड की खबर मिलते ही एसपी यमुनापार, सीओ समेत कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई। फोरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए। इंस्पेक्टर मेजा गजानंद चौबे का कहना है कि मृतक के छोटे भाई विनोद ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग विनोद के बेटे शुभम पर शादी का दबाव बना रहे थे। शुभम को हाल ही में लेखपाल की नौकरी मिली है। मंगलवार सुबह भी लड़की पक्ष के लोग घर आए थे और विवाह नहीं करने पर हत्या की धमकी दी थी। वहीं एसपी यमुनापार दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि कुछ लोग बम फटने व कुछ मोबाइल की बैट्री फटने से मौत की बात कह रहे हैं। फोरेंसिक टीम सच्चाई का पता लगा रही है। फिलहाल तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बेसुध हुई पत्नी, बिलखती रही बेटी –
विनोद ओझा की हत्या की खबर मिलते ही पत्नी नीलम बेसुध होकर गिर पड़ीं, तो बेटी मोनी बिलख पड़ी। बुजुर्ग पिता व भाई भी बदहवासी की हालत में मौके पर पहुंचे। विनोद की लाश देख स्तब्ध रह गए। वहीं भदोही में कार्यरत लेखपाल शुभम को भी घटना की जानकारी दी गई। हालांकि एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि आसपास लगे सीसीटीवी से कुछ सुराग नहीं मिले। हत्याकांड के सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही कातिलों को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।