10वीं और 12वीं कक्षा में शुरू हुई ‘जीएसटी’ की पढ़ाई
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से दसवी और बारहवीं में वाणिज्य की कक्षाओं के पाठ्यक्रमों में जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) विषय को शामिल कर दिया गया है। वर्तमान सत्र में स्कूलों में यह पढ़ाई शुरू भी हो गई है। छात्रों को जीएसटी की सही जानकारी और भविष्य में इसके प्रयोग को लेकर लोगों में भ्रम दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है। छात्र-छात्राएं फिलहाल वाणिज्य विषय के अंतर्गत गुड्स एंड सर्विस टैक्स विषय का अध्ययन कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश बोर्ड से संबद्ध स्कूलों की किताबों में वर्तमान सत्र में जीएसटी के विभिन्न पहलू को समाहित कर लिया गया है। यह व्यवस्था दसवीं एवं बारहवीं दोनों कक्षा के छात्रों के लिए लागू की गई है। स्कूलों में नया करिकुलम इसी सत्र से जारी कर दिया गया। ‘जीएसटी’ को अलग टॉपिक के रूप में 10वीं एवं 12वीं के वाणिज्य विषय में शामिल है। यही कारण है कि स्कूल स्तर पर दोनों प्रमुख कक्षाओं में इसे शामिल कर दिया गया है। इंटरमीडिएट में इसे ट्रेड आर्गनाइजेशन एवं ट्रेडस के तहत पढ़ाया जाएगा। कॉमर्स के विद्यार्थी अलग टॉपिक के तौर पर पढ़ेंगे।
तैयार होंगे प्रशिक्षित पेशेवर
राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डीके सिंह ने बताया कि प्रदेश स्कूल- कॉलेजों के छात्रों को अब गुड्स एंड सर्विस टैक्स के बारे में पढ़ाया जा रहा है ताकि जीएसटी प्रशिक्षित पेशेवरों के एक कार्यबल को तैयार किया जा सके। पाठ्यक्रम में जीएसटी को शामिल करना नए कर व्यवस्था को समझने में छात्रों की मदद के लिए जरूरी कदम बताया जा रहा है।