मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज में रैगिंग नाम पर सौ छात्रों के सिर मुड़वाए
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रों से सरेआम रैगिंग की जा रही है। आलम यह है कि करीब सौ छात्रों के सिर मुड़वा दिए गए हैं। वे कमर तक झुककर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक को सलाम ठोक रहे हैं। सब कुछ खुलेआम हो रहा है, फिर भी कॉलेज प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। कॉलेज प्रशासन की चुप्पी से छात्रों में इस कदर खौफ है कि वे सिर मुड़वाने की घटना को कॉलेज का नियम बताते हैं। हालांकि, उनके चेहरे पर दहशत साफ नजर आती है। रैगिंग का शिकार छात्राएं भी हो रही हैं। उन्हें भी फरमान सुनाया गया है कि बालों में तेल लगाने के बाद जूड़ा बांधकर ही आएं। बाल खुला न मिलने की ताकीद के बाद डरी सहमी छात्राएं जूड़ा बांधकर आती हैं।
विरोध करने वाले कई छात्रों की पिटाई
नवप्रवेशी विद्यार्थी जब हॉस्टल से क्लास के लिए जाते हैं तो उन पर सीनियर बराबर नजर बनाए रखते हैं। बताया जाता है कि सिर मुड़वाने की घटना चंद रोज पहले हुई है। मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में 150 सीटों के सापेक्ष 149 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है। इसमें करीब 40 छात्राएं हैं। इनमें से करीब सौ छात्रों को सीनियर्स ने सिर मुड़वाने की सजा सुना दी है। मजबूरन इन छात्रों ने सिर तो मुड़वाए ही, साथ ही दूसरी सजाएं भी भुगत रहे हैं। यही नहीं, दो दिन पहले रैगिंग का विरोध करने वाले कई छात्रों की पिटाई तक हुई है। न छापने की शर्त पर पीडि़तों ने बताया कि उन्हें अनेक यातनाएं दी गई हैं और शिकायत करने पर कॅरिअर बर्बाद करने की चेतावनी दी गई है। इस कारण कोई छात्र एंटी रैगिंग सेल में शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। उधर, कॉलेज प्रशासन भी उन्हें ऐसा सुरक्षित माहौल नहीं दे रहा या फिर काउंसलिंग नहीं करवा रहा है कि वह सच बोलने की हिम्मत जुटा सकें।
निष्क्रिय हैं एंटी रैगिंग कमांडो
रैगिंग को रोकने के लिए मेडिकल कॉलेज में पांच जनवरी को एंटी रैगिंग कमांडो का गठन किया गया है। इसमें प्रधानाचार्य डॉ. एसपी सिंह, डॉ. देवाशीष शर्मा, डॉ. सचिन जैन, डॉ. आरबी कमल, डॉ. शबी अहमद, डॉ. संतोष कुमार व डॉ. एके वर्मा हैं। प्रधानाचार्य डॉ. एसपी सिंह, डॉ. देवाशीष शर्मा और डॉ. आरबी कमल अवकाश पर हैं। डॉ. संतोष कहते हैं कि किसी को कोई शिकायत नहीं है। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने कहा कि रैगिंग की शिकायत अभी तक हमारे पास नहीं आई है। मौखिक रूप से जांच के निर्देश डॉ. संतोष को दिए हैं। यदि कोई भी रैगिंग में संलिप्त मिला तो कार्रवाई होगी।