न दे सके गवाही, इसी वजह से चलाई थी भाजपा नेता पर गोली, एक आरोपी हिरासत में

उमेश गुप्ता

बिल्थरारोड/बलिया। उभांव थाना क्षेत्र के हाहानाला के पास अहिरूपुर मोड़ के समीप 16 जुलाई को भाजपा नेता व उसकी पत्नी सहित तीन लोगों पर बदमाशों द्वारा की गयी गोलीबारी के मामले में शामिल एक आरोपी को पुलिस ने शनिवार की रात बिल्थरारोड बस स्टेशन से गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस ने पकड़े गये आरोपी को रविवार की सुबह बलिया भेज दिया। हमले को पूर्व में भाजपा नेता के बड़े भाई की हुई हत्या से जोड़ा जा रहा है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि 2 मार्च 2012 में भाजपा नेता के भाई स्वर्ण व्यवसायी प्रेमचंद सर्राफ की हुई हत्या के मामले में गवाह रहे उसने दूसरे भाई को भयग्रस्त करने के उद्देश्य से बदमाशों को सुपारी देकर इस घटना को अंजाम दिया गया है।

पिछले 16 जुलाई को हाहानाला के पास अहिरूपुर मोड़ पर दो बदमाशों ने भाजपा नेता मुरलीधर वर्मा, उसकी शिक्षिका पत्नी प्रियंका वर्मा व सोनाडीह निवासी अजीत यादव को गोलीमार कर घायल कर दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में शामिल एक आरोपी राहुल यादव निवासी मतउपुरा सोनाडीह को मुखबीर की सूचना पर शनिवार की रात 9 बजकर 5 मिनट पर स्थानीय बस स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिसिया पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि 2 मार्च 2012 को पड़री गांव निवासी स्वर्ण व्यवसायी प्रेमचंद सर्राफ की हत्या में गवाह रहे उसके भाई को गवाही न देने के लिए इस कार्य को हत्यारोपी द्वारा अपने भतीजे की सहायता से दो अन्य बदमाशों को सुपारी देकर अंजाम दिया गया था। 6 वर्ष पूर्व बिल्थरारोड से घर जाते समय शाम को तेन्दुहारी गांव के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने स्वर्ण व्यवसायी प्रेमचंद सर्राफ की गोली मार कर हत्या कर दी थी। उस समय मृतक व्यवसायी का पुत्र व एक भाई वहां मौजूद थे।

इस मामले में चर्चित अपराधी रामाश्रय यादव निवासी परसिया थाना मधुबन व जलालुद्दीन निवासी गजियापुर व मनोज वर्मा को आरोपी ठहराया गया है। इस दौरान पीड़ित पक्ष को गवाही न देने के लिए बार-बार उक्त बदमाशों द्वारा धमकी दी जाती रही। जिसकी शिकायत पीड़ितों द्वारा पुलिस से की जाती रही है। इस सम्बन्ध में रविवार को थानाध्यक्ष उभांव तेज प्रताप सिंह ने बताया कि प्रेमचंद हत्याकाण्ड में मृतक का छोटा भाई मोहन सोनी गवाह है। वर्तमान में उक्त हत्याकाण्ड का एक आरोपी रामाश्रय यादव देवरिया जेल में बंद है। रामाश्रय यादव नही चाहता था कि मृतक का भाई अदालत में उसके खिलाफ गवाही दे। उसने इसके लिए अपने भतीजे रविन्द्र यादव उर्फ सिपाही निवासी परसिया थाना मधुबन से बातचीत कर मृतक के भाई व भाजपा नेता मुरलीधर वर्मा की हत्या का प्लान तैयार किया ताकि एक भाई की और हत्या होने के बाद गवाह भयभीत हो जायेगा तथा उसके विरूद्ध गवाही नहीं कर पायेगा।

पुलिस के अनुसार चाचा के प्लान को कामयाब बनाने के लिए रविन्द्र द्वारा अपने मित्र उभांव थाना क्षेत्र के मतउपुर ;सोनाडीहद्ध निवासी रामप्रताप यादव से बातचीत की गयी। इसके बाद वह मऊ जिले के थाना रानीगंज के ताहिरपुर गांव निवासी अजीत यादव को इस काम के लिए रामप्रताप से मिलवाया। भाजपा नेता मुरलीधर की हत्या का पूरा प्लान तैयार कर रविन्द्र अपनी गैंगेस्टर की जमानत तुड़वाकर 10 जुलाई को कोर्ट में हाजिर हो गया। जिसे बाद में देवरिया स्थित जेल में बंद कर दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि भाजपा नेता पर हमले की घटना से तीन दिन पूर्व अजीत द्वारा रामप्रताप के घर जाकर इस मामले को अंजाम देने के लिए रेकी की गयी थी। बताया जाता है कि गोलीबारी की घटना के एक दिन पूर्व 15 जुलाई को ही अजीत रामप्रताप के घर जा पहुंचा तथा रात को वहीं खा-पीकर वहीं सो गया।

16 जुलाई को सुबह 6 बजे राम प्रताप व अजीत असलहे के साथ पैदल ही घटना स्थल पहुंच गये। उनके साथ इस मामले में मुखबीरी करने के लिए रामपताप का भतीजा राहुल भी पहुंचा हुआ था। उसी समय अजीत यादव निवासी सोनाडीह अपनी अध्यापिका पत्नी प्रिती को मऊ जिले के तिघरा प्रा0पा0 पर छोड़कर अपने पुत्र के साथ बाइक से वापस घर आ रहा था। उधर भाजपा नेता की हत्या के उद्देश्य से घटना स्थल पर मौजूद अजीत यादव गलतफहमी में अजीत पर ही गोली फायर कर दिया। वह अभी उसपर और फायर करता तभी उसके पीछे मौजूद रामप्रताप ने उसे रोक दिया। इसी बीच मुरलीधर अपनी पत्नी के साथ सोनाडीह की तरफ से बाइक से वहां पहुंच गया। रामप्रताप के ईशारे के बाद अजीत ने उसपर फायर झोंक दिया। संयोग ये रहा कि मुरलीधर की शिक्षिका पत्नी प्रियंका द्वारा इस दौरान फेका गया बैग उक्त गोली के आड़े आ गया जिससे वह बाल-बाल बच गया। पुलिस के अनुसार अजीत द्वारा इसके बाद चलाई गयी गोली पति-पत्नी के पैरो में जा लगी जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गये।

शनिवार को इस मामले में पकड़े गये एक आरोपी राहुल यादव को पुलिस ने भादवि की धारा 304, 302 व 120 बी के तहत चालान कर जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष उभांव ने बताया कि इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ़्तारी हेतु दबिश दिया जा रहा है.

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