हे भगवान् – गोरक्षा के नाम पर करता था जबरन उगाही, चढ़ा कथित गोरक्षक पुलिस के हत्थे
आदिल अहमद
फरीदाबाद. देश में गोरक्षक अचानक सामने आ रहे है. कथित गौरक्षा के नाम पर मोबलीचिंग से लेकर हत्याये भी हो रही है. किसी को कही भी पकड़ कर पीट पीट कर मार डालो. कानून अपने हाथ में ले लो. इस गोरक्षा के नाम पर सरेआम गुंडागर्दी अपने चरम पर पहुच चुकी है मगर ये गोरक्षक या कह सकते है कथित गोरक्षक सडको पर भूख प्यास से मरती, कूड़ा करकट से लेकर प्लास्टिक तक खा कर गुज़ारा कर रही गायो के लिये कुछ नहीं करते, भाई गौरक्षा का दंभ भरते हो तो दो चार गाये और सांड को लेजाकर हर गौ रक्षक अपने अपने घर पर पाले. इससे उन बेजुबानो की अच्छी देखभाल भी हो जायेगी और पुण्य भी मिलेगा.
इस सबसे ऊपर उठते हुवे अब कथित गौरक्षक अवैध वसूली में भी शामिल हो गए है और गौरक्षा के नाम पर अवैध वसूली करना शुरू कर दिया है जिसकी बानगी फरीदाबाद में देखने को मिली जब एक बड़े व्यापारी से गौरक्षा का डर दिखा कर 50 लाख की अवैध वसूली की जुगत लगाई जा रही थी. मगर इसके पहले ही पुलिस ने तत्परता दिखाया और दो लोगो को हिरासत में ले लिया है. हिरासत में लिये गए दोनों आरोपी एक गौरक्षा दल के सदस्य बताये जा रहे है.
पकड़ में आए दोनों बदमाश नोएडा की एक कपंनी में बड़े ओहदे पर थे. जबरन उगाही के लिए दोनों ने चोरी का मोबाइल खरीदा फिर उस चोरी के मोबाइल से व्यापारी को कॉल करने लगे. फोन पर व्यापारी से कहा गया कि अगर वो उन्हें 50 लाख रुपए नहीं देगें तो उनके बटे की जान को खतरा होगा. घबराये व्यापारी ने तुंरत फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच में शिकायत दी कि उन्हें कोई अंजान शख्स धमकी देकर 50 लाख की मांग कर रहा है. व्यापारी ने पुलिस को ये भी बताया कि दोनों ने खुद को गोरक्षा दल का सदस्य बताया है. इस बीच फरीदाबाद पुलिस ने दो शातिर झपटमारों को गिरफ्तार कर लिया. उनकी पहचान राहुल और शशी के रूप में हुई है.
पकड़े जाने पर दोनों ने बताया कि एक छीना हुआ मोबाइल उन दोनों ने अनिल नाम के शख्स को बेचा है. पुलिस ने पड़ताल की तो पता लगा कि ये वही मोबाइल है, जिससे व्यापारी को धमकी दी जा रही है. इसके बाद पुलिस ने अनिल को पकड़ लिया. पकड़े जाने पर अनिल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. अनिल की निशानदेही पर उसका दोस्त भी धरा गया. दोनों ने पुलिस को बताया कि वे एक गोरक्षा दल से जुड़े हैं. अब पुलिस इस बात की तस्दीक कर रही है. वहीं पुलिस ये भी पता लगा रही है कि इन दोनों के अलावा इस जबरन उगाही में और भी लोग जुड़े थे या फिर पूरी साजिश इन दोनों ने अकेले ही रची थी.