सूद पर लिया था हरेश्वर प्रसाद से पैसे, न चूका पाने पर कर दिया उसकी हत्या
विकास राय
गाजीपुर जनपद के सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के धुवार्जुन निवासी हरेश्वर प्रसाद राय की हत्या के रहस्य से पुलिस ने पर्दा उठाते हुए हत्याकांड में शामिल तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने आज शनिवार को प्रेसवार्ता में बताया कि हरेश्वर प्रसाद राय की 21 अगस्त को हत्या उनसे सूद पर पैसा लेने वाले ने अपने सहयोगियों संग मिलकर की थी।
हत्यारों ने मौधियां बाजार में अपनी दुकान में उनकी हत्या कर शव को बिरनो थाना क्षेत्र के नियांव के पास फेंक कर फरार हो गये थे। हत्यारों का पता लगाने व हत्या के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए क्राइम ब्रांच प्रभारी जितेंद्र कुमार व बिरनो थानाध्यक्ष धर्मवीर सिंह की टीम संयुक्त रुप से टोह में लगी थी। उसी दौरान आज सबेरे मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच व बिरनो पुलिस टीम छुपते छुपाते नियांव पुलिया की ओर बढ़ने लगी जहां तीन लोग एक बुलेट मोटरसाइकिल के साथ खड़े थे। पुलिस का आभास होते ही वे भागने की कोशिश किये परन्तु मोटर साइकिल के फिसलने से पुलिस की गिरफ्त में आ गये।
पुलिस गिरफ्त में आये अपराधियों में शादियाबाद थाना क्षेत्र के बढ़नपुर सराय मनिक राज गांव निवासी विजय चौहान पुत्र चमरु चौहान व राहुल चौहान पुत्र चन्द्रमा चौहान व बिरनो थाना क्षेत्र के परवां निवासी अरविंद चौहान उर्फ छेदी पुत्र रामपाल हैं। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त राड, कार तथा बुलेट मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। घटना के सम्बन्ध में विजय चौहान ने बताया कि मैंने मृतक के करीब आठ माह पूर्व सात लाख रुपया आठ प्रतिशत ब्याज पर लिया था। जिसे लौटाने के लिए मुझे काफी परेशानी हो रही थी। तब उन्हें अपने रास्ते से हटाने के लिए हमने साथियों संग मिलकर 21 अगस्ते को मौधियां बाजार में अपनी दुकान पर बुलाया। जब वे अपनी बाइक से पैसा लेने के लिए दुकान के अंदर आये तो हम लोगों ने उनके सिर पर वार कर उनको मार डाला और शव को दुकान के भीतर छोड़ शटर बंद कर चले गए और उनकी बाइक को सैदपुर गंगा नदी में फेंक दिया। देर रात में हमलोग एक कार में शव रखकर दूर बिरनों क्षेत्र के नियांव के पास नदी किनारे फेंक कर चले गये। पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम की इस कामयाबी पर बीस हजार रुपया पुरस्कार देने की घोषणा की है।