दालमंडी – पहलवानी के वर्चस्व से लेकर अपराध के वर्चस्व तक. भाग – 4
तारिक आज़मी.
वाराणसी. हम आपको दालमंडी के उस इतिहास के बारे में पिछले तीन भाग में बता चुके है कि दालमंडी पुरातन काल से कारोबार का हब रहा है. पहले गर्म गोश्त का कारोबार फिर उसके बाद दुकानों से होने वाले सही कारोबार, सीडी युग तथा मोबाइल युग का कारोबार ख़त्म होने के कगार पर आ गया था, इस दौरान क्षेत्र में नशे के कारोबार ने अपनी अलग पहचान बना लिया था. क्षेत्र के खुले मिजाज़ के नवजवान लड़के पहले नशे के कारोबार को कर के पैसे बना रहे थे, वही दूसरी तरफ वह खुद भी नशे के आदि बनते जा रहे थे. फ़ुटबाल में बड़े बड़े खिलाड़ी देने वाला इलाका अब नशेखोरी के आदत से परेशान हो रहा था
इस दौरान हैदर और मिर्ज़ा गुट इलाके में हावी हो चूका था. इलाके में किसी अन्य गुट की इतनी पकड़ नहीं थी जितनी हैदर और मिर्ज़ा गुट की थी. इस दो गुटों की आपसी लड़ाई कभी नही हुई थी. वही एक दुसरे गुट से टशन काफी रहती थी. यह वह दौर था जब दालमंडी में सभी गैर विवादस्पद भवनों का निर्माण हो चूका था और नये कटरे के लिए सभी मकान आतुर खड़े हुवे थे और जगहे बची नहीं थी. दालमंडी में अरशद खान विक्की द्वारा निर्माण के क्षेत्र में एक फर्म रजिस्टर्ड करवा रखी थी बकिया सभी लोग गैर पंजीकृत संस्थाओ के नाम पर काम चला रहे थे. देखा देखी पुण्य और देखा देखी पाप के तर्ज पर कई लोग ठेकेदारी के कारोबार में आने शुरू हो चुके थे वही मिर्ज़ा गुट लगातार दालमंडी पर हावी होता जा रहा था. मगर कोई बड़ी घटना को अंजाम नहीं दिया गया था.
इसी दौरान एक दिन अचानक सुबह सुचना मिली कि सोनभद्र जिले के राबर्ट्सगंज क्षेत्र में एक अज्ञात लाश बरामद हुई है. सुचना पर जब इलाके में फोटो आया तो यह लाश हैदर कि थी. अचानक दालमंडी के एक बदमाश की इस प्रकार से अनजान हत्या ने क्षेत्र में एक अजीब लहर घुमवा दिया था. इस मामले में हैदर के परिजनों को शक था कि यह हत्या पार्षद अरशद खान उर्फ़ विक्की ने करवाया है. हैदर की बहन फिरदौस के तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा विक्की खान के खिलाफ पंजीकृत कर लाश को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया. लाश पोस्टमार्टम के बाद जब हैदर के घर आई तो उसके अंतिम दीदार के लिए इलाके के अपराधी और सफेदपोश सभी हैदर के घर आये और मिटटी में भी रहे. इसी दौरान जानकारों की माने तो हैदर की बहन ने अपने भाई की लाश पर कसम खाया था कि विक्की खान से इसका बदला लेगी.
यहाँ से शुरू होता है दालमंडी में दो विपक्षी गुटों का गटबंधन, हैदर के गुट के लोग और फायनेंसर अचानक ही पाला बदल कर मिर्ज़ा ग्रुप में आना शुरू हो जाते है, इस बीच शहर में आतंक का दूसरा नाम अगर कोई था तो सन्नी सिंह था. सनी सिंह ने भी मिर्ज़ा ग्रुप से हाथ मिला लिया था. इसके बाद शुरू होता है दालमंडी में अपराधियों का जमावड़ा. इस दौर में अचानक बिल्डरो का वर्चस्व भी बढ़ने लगा, अब तक दालमंडी में जितने गैर विवादस्पद भवन थे उन सबका निर्माण हो चूका था और विवादित भवन बचे हुवे थे. मिर्ज़ा गुट अपना वर्चस्व कायम रखने के लिये अपने गुट को बढाने लगा था. इस दौरान दालमंडी के अन्दर कमाई को देख कर सभी अपराधिक छवि के लोगो का रुझान दालमंडी होने लगा.
बिल्डरों ने भी अपराधियों से संरक्षण प्राप्त करना शुरू कर दिया और विवादित मकानों को खरीदना और उनका निर्माण शुरू कर दिया. इस बीच आतंक का पर्याय बना पुलिस के लिये सरदर्द सनी सिंह ने अपने पाँव दालमंडी में फैलाने शुरू कर दिये थे. सनी सिंह का भी कुछ दिनों के बाद सम्बन्ध मिर्ज़ा गुट से हो गया और दोनों गुट एक साथ हो लिये. इसके बाद शुरू होता है निर्माण पर वसूली का दौर. इसी दौरान पार्षद विक्की खान पिपलानी कटरा स्थित एक कब्रिस्तान पर क्षेत्र में हुई एक मय्यत के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ उसी दौरान उसके ऊपर जानलेवा हमला हुआ और गोली विक्की खान को लगी. विक्की खान इस जानलेवा हमले में बच गये. इस हमले में सलमान उर्फ़ अन्ना का नाम सामने आया. यहाँ से सलमान उर्फ़ अन्ना का नाम दालमंडी के अपराध जगत में चमक उठा.
धीरे धीरे दालमंडी में अपराध जगत हावी होने लगा. यहाँ गौरतलब बात यह है कि बिल्डरों के अपराधियों से गठजोड़ का समाचार पुलिस को मिल रहा था, मगर इसकी कोई शिकायत पुलिस को प्राप्त नहीं हो रही थी. इसी दौरान सनी सिंह पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया और उसका साथी पकड़ा गया, पूछताछ में सनी सिंह के साथी बदमाश ने नई सड़क के एक बिल्डर के बारे में खुलासा किया था, तत्कालीन थाना प्रभारी चेतगंज द्वारा उस बिल्डर को पूछताछ हेतु उठाया भी गया था मगर कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिलने के कारण पुलिस को छोड़ना पड़ा. इस दौरान मिर्ज़ा गुट क्षेत्र के अपराध जगत में हावी होता जा रहा था और उसके साथ कुछ और नये लड़के जुड़ते जा रहे थे. नवजवान लड़के पैसे और पॉवर के नाम से अपराध जगत में आने लगे.
अगले भाग में हम आपको बतायेगे कि आखिर कौन है नवजवानों को अपराध जगत में लाने का ज़िम्मेदार. जुड़े रहे हमारे साथ