बेशर्मी की इन्तहा – गिरजा त्रिपाठी ने लगाया भावी विधायक जिन्दाबाद के नारे
- वही मेडिकल के बाद जेल जाते वक्त बेशर्मी से गिरजा त्रिपाठी ने भावी विधायक जिंदाबाद का नारा लगते हुए जेल चली गई।
अग्रसेन विश्वकर्मा
देवरिया, मां विंध्यवासिनी शेल्टर होम कांड की घटना ने यूपी सरकार को झकझोर कर रख दिया था। इसी क्रम में यूपी सरकार ने आनन-फानन में जांच बिठाई कई अधिकारियों को निलमबित किया एवं कईयो पर अधिकारिक जाच बिठा दी। वही मामले की जांच पूर्ण करने हेतु एसआईटी टीम का गठन हुआ। एसआईटी टीम जांच करने देवरिया पहुंची देवरिया एसआईटी टीम जांच के दौरान शेल्टर होम की अध्यक्षता कंचन लता एवं संचालिका गिरजा त्रिपाठी के साथ उनके पति को 3 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जिसमें प्रथम दिन तीनों से अलग-अलग पूछताछ की गई। वहीं दूसरे दिन स्टेशन रोड स्थित शेल्टर होम घटनास्थल पर संस्था की अध्यक्षिका कंचन लता त्रिपाठी को लेकर पहुंची जहां सघनता से जांच करते हुए एसआईटी टीम के साथ लखनऊ से आई फॉरेंसिक टीम एवं गाड़ियों के चेचिस नंबर की जांच करने वाली स्पेशल टीम भी मौके पर मौजूद रही ।
देर सुबह लगभग 11:00 बजे के करीब एसआईटी टीम के साथ सारी टीमें घटनास्थल स्टेशन रोड स्थित मां विंध्यवासिनी शेल्टर होम पर पहुंचकर जांच करने में जुट गई। जांच के दौरान एसआईटी टीम के द्वार कुछ अहम दस्तावेज बक्सों के ताले तोड़कर एवं अलमारियों से निकाले गए। वहीं कुछ मोबाइल और सिम कार्ड्स भी मिले साथ-साथ कुछ संदिग्ध वस्तुएं भी बरामद हुई आगन्तु रजिस्टर के साथ पुराने पड़े अहम दस्तावेज भी एसआईटी टीम अपने कब्जे में लेकर गहनता से छानबीन की। साथ-साथ एसआईटी टीम के द्वारा शेल्टर होम की अध्यक्षिका कंचनलता से लगातार 3 घंटे तक पूछताछ करती रही अंत में देर शाम लगभग 7:00 बजे के करीब मां विंध्यवासिनी शेल्टर होम को दोबारा जिला प्रशासन के उप जिलाधिकारी (सदर) एवं नायब तहसीलदार क्षेत्राधिकारी शहर की मौजूदगी में सील कर दिया गया।
वही तीसरे दिन एसआईटी टीम के द्वारा कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित वृद्धाश्रम एवं शिशु गृह का भी जांच करने गिरजा त्रिपाठी के साथ कंचनलता को लेकर एसआईटी टीम ने दिन भर छानबीन किया। वही पूछताछ के लिये एसआईटी टीम के द्वारा रिमांड की तिथि बढ़ाने की मांग की गई थी परंतु रिमाइंड की तिथि न बढ़ने के कारण देर शाम लगभग 8:30 बजे के करीब जिला चिकित्सालय में कंचनलता, गिरजा त्रिपाठी एवं उनके पति मोहन त्रिपाठी का मेडिकल जांच कराने के उपरांत दोबारा देवरिया जेल में शिफ्ट कर दिया गया। वही मेडिकल के बाद जेल जाते वक्त बेशर्मी से गिरजा त्रिपाठी ने भावी विधायक जिंदाबाद का नारा लगते हुए जेल चली गई। मौके पर मौजूद लोगो ने इसका बड़ी उग्रता से जबाब देते हुए गिरजा त्रिपाठी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाये।