भूमि जोतने निकले किसानों के रास्ते में रोड़ा बना पुलिस प्रशासन
सरताज खान
गाजियाबाद। लोनी आवास-विकास योजना से प्रभावित धरनारत किसानों ने अपनी पूर्व चेतावनी अनुसार मंगलवार के दिन दर्जनों ट्रैक्टरों के साथ अपनी अधिकृत भूमि की ओर कुच किया। इस दौरान वहां मौजूद अधिकारियों ने किसानों को कई बार समझाते हुए रोकने का प्रयास किया। मगर वह आगे बढ़ते चले गए अंत में आवास विकास के मुख्य द्वार पर वह भारी पुलिस बल समेत पहले से खड़े आलाधिकारियों ने सख्ताई बरतते हुए उन्हें वहीं रोक दिया और अपने दोनों हाथों में काली पट्टी बंदे किसान वहीं धरने पर बैठ गए।
गौरतलब हो कि आवास विकास परिषद योजना से प्रभावित मंडोला समेत छह गांव के किसान पिछले लगभग 2 वर्षों से आंदोलन करते आ रहे हैं। इस दौरान पुलिस प्रशासन के साथ कई बार हो चुकी उठक बैठक में बेनतीजा वार्ता के चलते धरनारत किसानों ने 14 अगस्त के दिन आवास विकास द्वारा अधिकृत जमीन पर ट्रैक्टर चलाकर उसकी जुताई कर अपना पुन: कब्जा करने की चेतावनी दी थी। आवास विकास द्वारा अधिकृत खेतों की 14 अगस्त के दिन जुताई करने की चेतावनी के बाद से ही किसान इसकी तैयारी में लगे थे जो अपने निर्धारित समय अनुसार सुबह से ही धरना स्थल पर एकत्रित होने शुरू हो गए थे और करीब 11 बजे सैकड़ों महिला व पुरुष किसान दर्जनों ट्रैक्टरों के साथ किसान नेता मनवीर तेवतिया के नेतृत्व में अधिक भूमि की जुताई के लिए निकल पड़े थे उनके करीब आधा किलोमीटर सफर के दौरान अधिकारियों ने उन्हें कई बार रास्ते में रोक कर समझा बुझा कर वापस भेजने का प्रयास किया मगर अपनी जिद पर अड़े किसानों ने उनकी एक न सुनी और हाथी अपना हक मांगते जमीन हमारी है आप की नहीं किसी के बाप नही व जय जवान जय किसान आदि गगनचुंबी नारे लगाते हुए वह आगे बढ़ते चले गए अंत में अधिकृत भूमि की ओर बढ़ रहे किसानों का नेतृत्व कर रहे मनवीर तेवतिया का ट्रैक्टर जैसे ही आवास विकास द्वार की ओर मुड़ा वैसे ही भारी पुलिस बल के साथ खड़े पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने उन्हें वहीं रुकने के लिए मजबूर कर दिया और अपने दोनों हाथों को काली पट्टियों से बंधे किसान वहीं धरने पर बैठ गए।
तेवतिया किसानों में भरा रोष
जुताई के लिए कुछ करने से पहले किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता मनवीर तेवतिया ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसान गोलियां खाते रहें और 56 इंच का सीना राज करता रहे ऐसा हो नहीं सकता भाजपा की नियत को राहुल मायावती और अखिलेश समझे या ना समझे किसान जरूर समझ गया है उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि किसानों को धरने पर बैठाने वाले भाजपा नेता ही अब किसान विरोधी हो गए हैं ऐसी सरकार को हम उखाड़ फेंकेंगे और अपने हक की लड़ाई के लिए जान भी देनी पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे वहां अपने नेता के रस भरी बातों को सुनकर उपस्थित किसान मनवीर तेवतिया के नाम के जयकारे लगाते रहे।
पुलिस प्रशासन था पहले से चौकन्ना
आवास विकास परिषद द्वारा अधिकृत भूमि पर किसानों ने 14 अगस्त को ट्रैक्टर चलाकर जुताई करने की चेतावनी के मद्देनजर पुलिस प्रशासन भी पहले से चौकन्ना था जिसने सुबह करीब 10 बजे ही गांव के दोनों ओर दिल्ली सहारनपुर मार्ग पर आने वाले भारी वाहनों को रोक दिया था तथा कई थानों की पुलिस बल के अलावा पीएससी बुलाई गई थी साथ ही किसी अप्रिय घटना के मद्देनजर वहां एंबुलेंस में दमकल की गाड़ियां भी तैनात की गई थी। तथा तमाम स्थिति पर पैनी नजर बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे। जिनमें एस पी प्रकाश सिंह, उप जिलाधिकारी लोनी सत्येंद्र सिंह, क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी दुर्गेश कुमार, कई थानों के इंस्पेक्टर के अलावा आवास विकास विभाग से सुप्रीम डेंट इंजीनियर ऐसी राय, एक्शन अखिलेश वशिष्ठ, राजीव, व रामअवतार मित्तल आदि शामिल थे।