अमरीकी सेना यमन युद्ध से निकलने पर मजबूर हुई
आदिल अहमद
अमरीका सेना ने मजबूर होकर , यमन पर हमले में सऊदी अरब के साथ सहयोग करने वाले अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। रोयटर्ज़ ने बताया है कि बहरैन में अमरीकी नौसेना के प्रवक्ता एयान कॅानरी ने उसे बताया है कि अब पांच से कम सैनिक संयुक्त योजना केन्द्र में तैनात किये गये हैं। वास्तय में अमरीका इस केन्द्र द्वारा यमन पर हमले के लिए सऊदी अरब को आवश्यक सूचनाएं देता था तथा सऊदी अरब के युद्धक विमानों के लिए ईंधन की आपूर्ति की ज़िम्मेदारी भी इसी केन्द्र पर थी।
कॅानरी ने बताया है कि इस केन्द्र में 45 से अधिक अमरीकी विशेषज्ञ रात दिन सऊदी अरब की मदद करते थे। कहा जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय दबाव और अमरीकी कांग्रेस के कुछ सदस्यों की ओर से भारी विरोध के कारण पेंटागन यह फैसला करने पर मजबूर हो गया। पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टाम्प ने दावा किया है कि अमरीकी सैनिक सऊदी अरब के साथ इस लिए सहयोग करते थे ताकि उसके हमलों में आम नागरिकों की कम मौत हो। इसी मध्य यमन के खिलाफ सऊदी अरब के गठजोड़ के प्रवक्ता अहमद अलअसीरी ने, सऊदी अरब से अमरीकी सैनिकों की वापसी की खबर की पुष्टि करते हुए, रियाज़ – वाशिंग्टन के संबंधों को स्ट्रेटजिक बताया।