किसी बड़े युद्ध की आहट भूमध्य सागर की रूस के दो युद्वपोत रवाना
अदिल अहमद
सीरिया पर अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के संभावित हमले को देखते हुए रूस ने भूमध्य सागर की ओर अपने दो बड़े युद्धपोतों को रवाना कर दिया है।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, रूसी रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि रूस के दो बड़े युद्धपोतों को भूमध्य सागर की ओर भेज दिया गया है जो पहले से उस क्षेत्र में मौजूद रूस की नौसेना के समुद्री बेड़ों में कुछ घंटों में शामिल हो जाएंगे। रूसी अधिकारियों ने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर आरोप लगाया है कि वह इदलिब में सीरियाई सरकार के द्वारा रसायनिक हमले का बहाना बनाकर सीरिया पर हमला करना चाहते हैं।
इस बीच ख़बरें हैं कि अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जान बोल्टन ने सीरियाई सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उसने इदलिब में रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया तो अमरीकी सेना एक्शन लेगी और सीरियाई सेना को निशाना बनाएगी। बोल्टन ने गुरुवार को स्विट्ज़रलैंड में अपने रूसी समकक्ष से मुलाक़ात में दावा किया था कि अमेरिका के पास ऐसी जानकारियां हैं जिससे पता चलता है कि दमिश्क़ सरकार, इदलिब को अपने विरोधियों के नियंत्रण से वापस लेने के लिए रसायनिक हथियारों का प्रयोग कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि जब-जब सीरिया सेना ने आतंकियों के ख़िलाफ़ उनके क़ब्ज़े वाले इलाक़ों में सैन्य कार्यवाही की है तब-तब अमरीका ने रासायनिक हमला किए जाने का प्रोपैगंडा और बहाना करके सीरियाई सेना के ठिकानों पर मिसाइल हमले किए हैं। अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने अप्रैल 2018 में भी दमिश्क़ के दूमा इलाक़े में संदिध्य रसायनिक हमले के बाद सीरियाई सेना पर इसका झूठा आरोप लगाकर इस देश की सेना के सैन्य अड्डों पर मिसाईल से हमला किया था। हालांकि इन हमलों से सीरियाई सेना को ख़ास कोई नुक़सान नहीं हुआ था बल्कि उसने आतंकियों के विरुद्ध अपना आप्रेशन जारी रखा और सफलता प्राप्त की थी।