भाई-बहन के पवित्र स्नेह का प्रतीक है : रक्षाबंधन
सरताज खान
गाजियाबाद। लोनी भारतीय संस्कृति में श्रावणी पूर्णिमा को मनाया जाने वाला रक्षाबंधन पर्व भाई-बहन के पवित्र स्नेह का प्रतीक है।यह बातें लोनी चेयरमैन रंजीता मनोज धामा ने रक्षा बंधन पर्व पर क्षेत्र को संदेश देते हुए रक्षाबंधन के पावन अवसर पर बहनों से कहीं । रंजीता धामा ने कहा कि यह पर्व मात्र रक्षा के सूत्र में भाई के हाथ की कलाई में राखी बांधकर रक्षा का वचन देने का ही नहीं, बल्कि प्रेम,स्नेह, समर्पण, संस्कृति की रक्षा व निष्ठा के संकल्प के जरिए समस्त हृदयों पर बांधने का वचन देने का पर्व है ।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में बहुत से त्यौहार समय-समय पर हर्षोल्लास के साथ मनाये जाते हैं ।लेकिन रक्षाबंधन का त्यौहार एक बहन अपने भाई की कलाई में राखी बांधकर उससे जीवन भर की रक्षा का वचन लेती है।इसी संकल्प के साथ इस त्यौहार को देश व दुनिया में उत्साह के साथ मनाया जाता है। लोनी के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा ने कहा कि इस पर्व का उल्लास हमारे बीच भाईचारे की भावना को मजबूत बनाए और हमें ऐसा समाज बनाने की प्रेरणा दे जहां महिलाओं, विशेषकर बालिकाओं की सुरक्षा और गरिमा का हमेशा सम्मान किया जाता हो।