ODOP से यूपी में पैदा होंगे रोजगार के बड़े अवसर : रामनाथ कोविन्द
कनिष्क गुप्ता
लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने लखनऊ में आज वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) की तीन दिवसीय समिट के उद्घाटन के बाद कॉफी टेबल बुक का विमोचन करने के साथ ही ऋण वितरण भी किया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उनकी मौजूदगी में एमओयू भी हुआ।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के उत्पादों की ब्रांडिंग जरूरी है। उत्तर प्रदेश के विकास के बिना भारत का विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल कर सकता है। उत्तर प्रदेश के उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए राष्ट्रपति ने दो सुझाव भी दिए। उन्होंने देश के कुछ बड़े महानगरों में उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने और इलाहाबाद में 2019 में होनेवाले कुंभ में हर जिले के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के सुझाव दिए। देश में कुल हस्त-शिल्प निर्यात में उत्तर प्रदेश का योगदान 44 प्रतिशत है। उत्तर प्रदेश के विकास में इन उद्यमों की महत्वपूर्ण भूमिका है। राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे भरोसा है कि ओडीओपी योजना छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों तक उद्यमों के लिए सहायक परिस्थितियां उत्पन्न करेगी। भारत में छोटे तथा मध्यम उद्यमों को अर्थ-व्यवस्था का मेरुदंड कहा जाता है। यह सभी उद्यम समावेशी विकास के इंजन हैं। कृषि क्षेत्र के बाद सबसे अधिक लोग इन्ही उद्यमों में रोजगार पाते हैं। देश के सर्वाधिक उद्यम उत्तर प्रदेश में हैं।
उत्तर प्रदेश में ताजमहल है, कई नदियाँ हैं, सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है ऐसी कई चीजें उत्तर प्रदेश में है जो प्रदेश को सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना सकता है।उत्तर प्रदेश से चुनाव जो लड़ता है उसे प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलता है, ऐसी है उत्तर प्रदेश की धरती, उत्तर प्रदेश प्रतिभा वाला प्रदेश है। यह देख मुझे अटल जी की याद आई, वो कहते थे उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश है, जो इसकी खोज कर लेगा उसे पाता चलेगा की उत्तर प्रदेश कितना संभावनाओ से भरा है। आज जब मैं प्रदर्शनी को देखने गया, तो वहाँ 20 साल के अनुभवी उद्यमियों से बात की, बुंदेलखंड के बाँदा की केन नदी के पत्थर की छवि देखते ही बनती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए, देश के सर्वोच्च अलंकरण ‘भारत-रत्न’ से सम्मानित, कुल 45 विभूतियों में से, 11 भारत-रत्नों की जन्म-स्थली या कर्म-स्थली उत्तर प्रदेश में है। यह उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए गर्व की बात है। मैं भी उत्तर प्रदेश का निवासी हूं।
किसी भी तरह से प्रतिभा पलायन रोकना हमारी प्राथमिकता : योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश से किसी भी तरह से प्रतिभा पलायन रोकना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में लखनऊ में प्रदेश सरकार की योजना एक जिला एक उत्पाद (वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) की तीन दिवसीय समिट का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कम समय में बेहतर परिणाम हर क्षेत्र में लेकर आना है, इसके लिए आवश्यक था कि युवाओं को पलायन से रोका जाए। युवाओं के लिए रोजगार व स्वावलंबन के कार्यक्रम स्थापित हों।
एक जनपद-एक उत्पाद योजना को इसी सोच के साथ लाया गया। उत्तर प्रदेश अपनी परंपरागत छवि से उबरकर अपने उद्यम व पुरुषार्थ के माध्यम से देश में एक नई पहचान हासिल करेगा।22 करोड़ की आबादी को स्वावलंबन की ओर अग्रसर करना हम सबके लिए चुनौती थी। जब हमने मार्च, 2017 में कार्य आरंभ किया तो उस वक्त उत्तर प्रदेश की क्या स्थिति थी, इस बारे में बोलने की आवश्यकता नहीं। एक जनपद-एक उत्पाद येजना के तहत स्टार्टअप के लिए 250 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई। पहली बार एक साथ 75 जनपदों में लाभार्थियों को 1006 करोड़ रुपये के वित्तपोषण की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी परंपरागत छवि से उबरकर अपने उद्यम व पुरुषार्थ के माध्यम से देश में एक नई पहचान हासिल करेगा। एक जनपद-एक उत्पाद की कॉफी टेबल बुक का अनावरण हुआ है। इसमें विस्तृत रूप से योजना के बारे में प्रकाश डाला गया है। इस योजना के माध्यम से हर वर्ष 5 लाख नौजवानों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। युवा अपने घर, अपने गांव, अपने जनपद और अपने प्रदेश में रोजगार पाएं। हमें विश्वास है कि पलायन रुकेगा और प्रतिभा का प्रयोग प्रदेश में ही होगा। विभिन्न जनपदों के उत्पादों की मार्केटिंग व ब्रांडिंग की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लखनऊ में किया ओडीओपी का समिट का उद्घाटन
इससे पहले राष्ट्रपति ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इससे संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग की ओर से आयोजित प्रथम ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ (ओडीओपी) समिट का शुभारंभ किया। इसकी नींव 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने रखी थी। राष्ट्रपति ने राज्यपाल राम नाईक, सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में दीप प्रज्जवलित कर ओडीओपी समिट का उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज लखनऊ में प्रदेश सरकार की योजना एक जिला एक उत्पाद (वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) की तीन दिवसीय समिट का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इससे संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग की ओर से आयोजित प्रथम ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ (ओडीओपी) समिट का शुभारंभ किया। इसकी नींव 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने रखी थी। राष्ट्रपति ने राज्यपाल राम नाईक, सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में दीप प्रज्जवलित कर ओडीओपी समिट का उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक जनपद-एक उत्पाद की कॉफी टेबल बुक का विमोचन व वेबसाइट का शुभारंभ किया। एक जनपद-एक उत्पाद समिट 2018 के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में विभिन्न MoUs का आदान-प्रदान किया गया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इस दौरान अमेजन, क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया, एनएसई, बीएससी और जीई हेल्थकेयर के प्रतिनिधियों व राज्य सरकार के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुए।
इस समिट में राज्य सरकार की ओर से 4084 लाभार्थियों को 1006.94 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया गया। एक जनपद-एक उत्पाद के तहत 4095 लाभार्थियों को 1006.94 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया। सरकार ने हर साल एक लाख लोगों को ओडीओपी योजना से जोडऩे का लक्ष्य निर्धारित किया है। यूपी पहला ऐसा प्रदेश है, जो ओडीओपी के माध्यम से लोगों को उनके घर में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए परंपरागत कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दे रहा है। प्रदेश में इस समय 8900 करोड़ रुपए का ही निर्यात होता है, जिसे बढ़ाकर दो लाख करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है।