फर्जी नियुक्ति का मामला अध्यापक और 32 प्रबंधकों को मिली नोटिस
यशपाल सिंह
मऊ : जनपद में समाज कल्याण विभाग के अनुदानित आंबेडकर विद्यालयों में अध्यापकों की फर्जी नियुक्ति का मामला शासन के संज्ञान में है। संयुक्त निदेशक सुनील कुमार ¨सह विशेन के आदेश पर सभी 32 विद्यालयों के प्रबंधकों व 72 सहायक अध्यापकों को नोटिस जारी की गई है। शासनादेश के तहत संयुक्त निदेशक की अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण अधिकारी चंदौली व समाज कल्याण अधिकारी मऊ के नेतृत्व में त्रि-स्तरीय कमेटी गठित की है। जो पांच व छह सितंबर को सभी विद्यालयों के अभिलेख, अनुमोदन व अध्यापकों के शैक्षणिक अभिलेख व बीएसए कार्यालय
डीएम ने बीते 24 फरवरी को बीएसए कार्यालय पर छापेमारी की थी। इसमें बिना अनुमोदन के अध्यापकों की नियुक्ति संबंधी अनियमितता उजागर हुई थी। इस पर जिलाधिकारी ने फर्जी अध्यापकों सहित संबंधित विद्यालयों के प्रबंधकों पर एफआइआर तक दर्ज करवाई थी। पूरे मामले की जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी भी गठित की गई थी। इसमें कमेटी के सदस्य बीएसए ने अपने कार्यालय की त्रि-स्तरीय कमेटी गठित कर समाज कल्याण के नियुक्त अध्यापकों के अभिलेख आदि खंगाले। इसमें पाया गया कि 72 अध्यापकों की नियुक्ति में बेसिक शिक्षा कार्यालय से को अनुमोदन नहीं लिया गया था। पूरे अभिलेखों के मिलान में जब नियुक्ति कहीं से भी सही नहीं पाई गई तो बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अध्यापकों की रिपोर्ट प्रशासन की गठित कमेटी को सौंपी थी। हालांकि प्रशासन की रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर समाज कल्याण के उप निदेश ने इस बड़े घोटाले का संज्ञान लिया और अपनी अध्यक्षता में समाज कल्याण अधिकारी चंदौली आरके ¨सह व समाज कल्याण अधिकारी मऊ मुक्तेश्वर चौबे की त्रि-स्तरीय कमेटी गठित की है।