मुक्तिधाम धाम पर गहरा रहा है बाढ़ का संकट
यशपाल सिंह
दोहरीघाट (मऊ) : घाघरा के रौद्र रूप से तटवर्ती इलाकों में दहशत है। जलस्तर स्थिर होने के बाद फिर बढ़ाव पर है। इससे मुक्तिधाम पर दबाव बढ़ गया है। खाकी बाबा की कुटी प्रचंड लहरों की जद में हैं तो लोहड़ा में कटान तेज हो रही है। तटवर्ती इलाकों में पशुपालकों को चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। घाघरा में पानी का दबाव इसी तरह बढ़ता रहा तो खाकी बाबा की कुटी जद में आ जाएगी।
नदी के रौद्र रूप धारण करने से लोहड़ा देवारा में कटान तेज हो गई है। लहरें उपजाऊ मिट्टी को लगातार लील रही हैं। घाघरा का पानी लोहड़ा और नवली में फैल चुका है। निकटवर्ती लोगों में दहशत सी मच गई है। जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। रामनगर में घाघरा का जलस्तर 70.55 मीटर पर है जो खतरा ¨बदु से 15 सेंटीमीटर ऊपर है। गौरीशंकर घाट पर घाघरा खतरा ¨बदु 69.90 के सापेक्ष नदी मात्र 35 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। अगर इसी तरह पानी का वेग बढ़ता गया तो नदी यहां भी लाल निशान को पार कर क्षेत्र में तबाही मचाना शुरू कर देगी। नदी के दबाव के चलते घाघरा पुल पर वाहनों के चलते समय कंपन होता है। श्मशान घाट से लेकर जानकी घाट घाघरा के निशाने पर हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर सिचाई विभाग के लोगों ने बचाव कार्य के लिए सामग्री गिराना शुरू कर दिया है। उप जिलाधिकारी घोसी छेदीलाल सोनकर, तहसीलदार सर्वेश ¨सह, कानूनगो अशोक ¨सह, लेखपाल अर¨वद पांडेय, मुकेश मौके पर जाकर पल-पल की खबर प्रशासन को दे