घाघरा का रौद्र रुप देख सहमे देवारावासी, हाहानाला पर घाघरा का जल स्तर पहुंचा लाल निशान के करीब
संजय ठाकुर
मऊ। मधुबन तहसील क्षेत्र के देवारा में एक बार फिर घाघरा ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। घाघरा नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी के साथ बढ़ने लगा है। शनिवार को क्षेत्र के हाहानाला पर घाघरा का जलस्तर खतरा के निशान के करीब पहुंच गया तथा जलस्तर के बढ़ने का क्रम लगातार बना हुआ है।चक्कीमुसाडोही में संपर्क मार्ग टूट गया है। इससे आवागमन बाधित हो गया है। वहीं देवारा के दर्जनों गांव घाघरा की बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। इससे ग्रामीणों को गांव से बाहर आने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्र के हाहानाला पर लगभग एक सप्ताह पूर्व घाघरा का जलस्तर 65.83 मीटर पर पहुंचने के बाद घटने लगा था और 65.57 मीटर तक आ गया था। इससे ग्रामीणों को बाढ़ से निजात मिलने की उम्मीद दिखने लगी थी और वह काफी राहत महसूस कर रहे थे, लेकिन एक बार फिर घाघरा का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ने लगा है। शनिवार को हाहानाला पर जलस्तर 65.98 मीटर पर पहुंच गया। जो खतरा के निशान 66.31 मीटर से मात्र 33 सेंटीमीटर नीचे है और जलस्तर के बढ़ने का क्रम बना हुआ है। इसी के साथ ही चक्कीमुसाडोही का मुख्यमार्ग बाढ़ के चलते क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे ग्रामीण व स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर बाजार या स्कूल आ जा रहे हैं। वही कई मुहल्ले के अंदर बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इसी के साथ ही देवारा का मनमन का पुरा, बैरिकंटा, भगत का पुरा सहित दुबारी ग्राम पंचायत व मोलनापुर ग्राम पंचायत के दर्जनों पुरवे बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। नाव के अभाव में ग्रामीणों को गांव से बाहर निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही पशुओं को चारे की समस्या भी उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों की माने तो जलस्तर के बढ़ने का क्रम जिस तेजी के साथ बना हुआ है, इससे पूरे देवारा के बाढ़ से प्रभावित होने की पुरी आशंका है।