ईसीसी में वाजपेयी ने दिखाए थे अपने ‘अटल’ इरादे

कनिष्क गुप्ता

इलाहाबाद : युवावस्था से ही उनके इरादे ‘अटल’ थे। बात हो रही है वर्ष 1953 की। उस समय ईसीसी में अंशुमान सिंह छात्रसंघ महामंत्री थे। तब अंशुमान सिंह ने जनसंघ के महामंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किए थे। आयोजन टूकर हॉल में था। उस हाल में आयोजन के लिए तत्कालीन प्रिसिंपल मि.गिडियन ने रोक लगा दी थी। इसकी सूचना मिली तो अटल बिहारी वाजपेयी ने दो टूक कहा था, आयोजन टूकर हाल ही होगा।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शहर से कई संस्मरण हैं मगर ये मामला काफी दिलचस्प है। बकौल अंशुमान सिंह, टूकर हॉल में तब तक कोई भारतीय नेता ने भाषण नहीं दे सका था। अंशुमान सिंह ने प्रिसिंपल से छात्रों की हड़ताल की चेतावनी दी थी तो कॉलेज प्रबंधन माना था। उस समय अटल बिहारी वाजपेयी ने युवाओं का देश की प्रगति में आगे आने का आह्वान किया था। उनकी अपील का ही असर था कि इलाहाबाद से काफी संख्या में युवा जनसंघ से जुड़ गए थे।

अंशुमान सिंह ने बताया कि इसके बाद उनकी मुलाकात वर्ष 1998 में हुई। तब वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे और वह गुजरात के राज्यपाल थे। वाजपेयी दो दिन तक राजभवन में रहे। अंशुमान सिंह ने बताया कि इस दौरान वाजपेयी जी ने ईसीसी की घटना को याद किया था। अंशुमान सिंह ने बताया कि पोखरण परमाणु बम के परीक्षण के दौरान वह प्रधानमंत्री के साथ ही थे। प्रधानमंत्री आवास में वही दोनों लोग बैठे थे। बगल के कमरे में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री प्रमोद महाजन थे। परमाणु परीक्षण सफल होने की जानकारी प्रमोद महाजन ने वाजपेयी को दी वह बेहद खुश हो गए थे। बोले थे, ये देखो अंशुमान भारत भी परमाणु शक्ति बन गया। शंकरगढ़ के मूल निवासी अंशुमान सिंह दस वर्ष तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीश रहे। उन्होंने बताया कि वाजपेयी जी इस सदी के सबसे बड़े जननायक थे।

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