देश को अंदर से सुरक्षित बनाने की जिम्मेदारी फॅारेंसिक एक्सपर्ट की है
अंजनी राय
देश की सीमा पर जवान अपनी जान को हथेली पर लिए आपकी सुरक्षा में दिन रात एक किए हुए हैं पर देश के भीतर फॉरेंसिक एक्सपर्ट हैं जो अपराध पर लगाम कस सकते हैं. उनकी सजगता ही अपराधी को अपराध करने से रोक सकती है. यह बात पीएम मोदी ने गुजरात दौरे के अंतिम चरण में गुजरात फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कही.
उन्होंने अपराध और न्याय जगत के बीच फॉरेंसिक एक्सपर्ट की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के समय में अपराधी अपने अपराध को छिपाने के लिए जिस तरह के तरीके को अपना रहा है उसके लिए यह महत्वपूर्ण है कि हर व्यक्ति को यह एहसास हो कि कभी न कभी वह पकडा जाएगा और सजा होगी. यही भावना अपराध को नियंत्रण में रखने में मदद गार होता है.
मोदी ने कहा कि मैं जीएफयू की विशेष सराहना करता हूं कि वो वैज्ञानिक तरीके से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इंटरनेशनल मंच पर काम कर रही है. कई सुरक्षा एजेंसियां इन विवि से मदद मांगने के लिए आ रही हैं. आपका विश्वविद्यालय इंटरनेशनल मंच पर ख्याति पा रहा है. बीते 5 साल में इस विवि ने 6 हजार से ज्यादा अफसरों को प्रशिक्षण दिया है. जिसमें 20 देशों के 700 पुलिस अफसर भी शामिल हैं. वे अपने देश में वापिस जा कर हमारी सिखाई स्किल का इस्तेमाल कर रहे हैं .यह प्रत्येक गुजरातवासी के लिए गर्व की बात है.