उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की 1100 पदों पर सीधी भर्ती से चयन रुका
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद । राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में सीधी भर्ती से 1100 पदों पर रिक्तियां भरने की प्रक्रिया आवेदन लेने के बाद आगे नहीं बढ़ सकी है। प्रदेश भर के अभ्यर्थियों से मई व जून में ऑनलाइन आवेदन लेने के बाद उप्र लोकसेवा आयोग यानी यूपी पीएससी ने इसकी प्रक्रिया रोक कर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को प्राथमिकता पर ले लिया है। आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी, होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी और पुलिस समेत अन्य विभागों में चयन की उम्मीद लगाए अभ्यर्थियों को लंबा इंतजार करना होगा।
मंशा युवाओं को नौकरी देने की
प्रदेश सरकार की मंशा युवाओं को नौकरी देने की है। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए भर्ती आयोगों को सक्रिय कर तमाम रुके रिजल्ट निकाले गए और साक्षात्कार भी तेजी से हो रहे हैं। यूपी पीएससी को भी मुख्य सचिव की ओर से इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे। इसके बाद आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी के 544 पद, होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी के 494, (गृह) पुलिस विभाग में सहायक रेडियो अधिकारी, विधि विज्ञान प्रयोगशाला में निदेशक, संस्कृति निदेशालय में सहायक निदेशक, सहायक पुरातत्व अधिकारी, सहायक निदेशक रेशम उत्पादन, औषधि निरीक्षक समेत 1100 पदों का शासन ने अधियाचन भेजा। सीधी भर्ती से चयन के लिए 18 मई से 18 जून तक आवेदन लिए गए। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी।
पूर्व घोषित सीधी भर्ती प्रक्रिया रुक गई
यूपी पीएससी ने 18 जून से ही पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा शुरू करा दी, 29 जुलाई को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा हुई और अब 19 अगस्त को पीसीएस और वन विभाग की प्रारंभिक परीक्षा 2018, के लिए यूपी पीएससी का परीक्षा विभाग जुट गया है। इससे पूर्व घोषित सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया रुक गई है। इसमें आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों को लंबी प्रतीक्षा भी करनी पड़ सकती है। यूपी पीएससी का कहना है कि पीसीएस की परीक्षाएं प्राथमिकता पर हैं, जबकि बैकलॉग के परिणाम भी जारी किए जा रहे हैं।