दिन भर होती रही धुप-छांव की लुकाछिपी, खेतों में लबालब पानी
प्रदीप दूबे विक्की
ज्ञानपुर(भदोही)बीते सोमवार से लगातार हो रही बारिशों का सिलसिला आज शनिवार को थम गया। और सुबह होते ही धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली । दिन भर बाजार खुले रहे सड़कों पर लोगों की चहलकदमी रही।
. बताते चलें कि मानसून की आमद के साथ ही शुरू हुआ सोमवार से बारिश का चला सिलसिला शनिवार को भोर तक जारी रहा। हालांकि आसमान दिन भर सूर्य की लुका-छिपी के खेल में रहा ।लेकिन बारिश नहीं हुई ।शनिवार को सुबह खिली हुई धूप देखने के बाद किसान खुश हो गए। हलाकि धूप में ज्यादा तीखापन तो नहीं लेकिन उमस बनी रही।पूरे दिन कभी बादल सूर्य को ढक लेते तो कभी धूप खिल जाती थी ।
उम्मीद जताई जा रही है कि शायद अब कुछ दिन तक मौसम साफ रहेगा। बावजूद इसके खेतों में किसान और मजदूर धान की रोपाई में जुटे रहे। जिले के किसान खेती के अनुकूल मौसम पाते ही रोपाई में जुट गए हैं ।तैयार बेहन का गुच्छा बनाकर किसान मजदूरो संघ खेतों में जाने लगे हैं । जिन किसानों का बेहन पहले तैयार हो चुका है । वह लोग अपने खेतों में रोपाई शुरू कर दिए हैं ।इसके अलावा किसान कृषि वैज्ञानिकों के भी संपर्क में हैं ।ताकि उत्तम खेती को सर्वोत्तम में तब्दील किया जा सके । वैज्ञानिकों के अनुसार मानसून में हुई बारिश के साथ ही धान की रोपाई के लिए माकूल मौसम मिल गया है। बताया जाता है कि जो किसान रोपाई में लगे हैं,उन्हें उत्पादन में वृद्धि के लिए रोपाई के पूर्व डेढ़ किलो विस्वा की दर से डीएपी का प्रयोग कर सकते हैं। डीएपी रोपाई के एक दिन पूर्व खेत मे छिड़ककर जोताई करा देनी चाहिए ।
दूसरे दिन रोपाई करना लाभप्रद होगा। इसके साथ ही रोपाई के एक सप्ताह के अंदर ही घास मारने की दवा डालने की सलाह दी है । बताया कि घास मारने की दवा में ब्यूटाक्लोर दवा 3 से 4 किलो या फिर प्रेटिलाक्लोर दवा डेढ़ लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करना चाहिए। एक हफ्ते के बाद दवा छिड़काव का कोई लाभ नहीं मिलेगा ।बताया की रोपाई सीधी कतार में व एक निश्चित दूरी पर करना चाहिए ।इससे निराई-गुड़ाई में आसानी होगी ।साथ ही प्रत्येक पौध को समान रुप से धूप और हवा मिल सकेगी।