भारत की आजादी में महिला क्रांतिकारियों का भी रहा महत्वपूर्ण योगदानः राज्यपाल।
तबजील अहमद
कौशाम्बी-प्रदेश के राज्यपाल महामहिम रामनाईक जी कौशाम्बी के शहजादपुर गांव में पहुंच कर वीरांगना दुर्गाभाभी के स्मृति भवन का लोकार्पण किया तथा जनपद में सैनिक कल्याण भवन का शिलान्यास किया । उसके बाद शहजादपुर में रह रहे दुर्गाभाभी के परिवार वालो से भेंट किया ।
राज्यपाल राम नाईक के कहा देश के शहीदों को सम्मान देने के लिए काकोरी कांड के स्थान पर काकोरी रेल अभियान नाम से बुलाना और जाना चाहिए । 1857 की बगावत को बगावत के स्थान पर 1857 का आंदोलन होना चाहिए
देश की आजादी में महान क्रांतिकारियों ने जहां पर अपना तन ,मन , धन न्योछावर किया कर दिया । वहीं पर महिला क्रांतिकारियों ने भी अपनी सहभागिता बड़ी जिम्मेदारी से निभाई , जिसमें जनपद की महान क्रांतिकारी दुर्गा भाभी का नाम अग्रणी है । जब भी देश के क्रांतिकारियों को याद किया जाएगा उसमें इनका नाम जरुर लिया जाएगा ।
महामहिम राज्यपाल गुरुवार को जनपद के शहजादपुर गांव पहुंचकर क्रांतिकारी दुर्गा भाभी की स्मृति भवन का लोकार्पण तथा सैनिक कल्याण भवन का शिलान्यास किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कौशांबी जनपद अपने अंदर ऐतिहासिक धरोहरों को समेटे हुए हैं। क्रांतिकारी दुर्गा भाभी का जन्म 7 अक्टूबर 1902 को शहजादपुर गांव में पंडित बांके बिहारी भट्ट के घर हुआ था । इनका विवाह क्रांतिकारी भगवती चरण वोहरा के साथ हुआ था। जिनका 28 मई 1930 को रावी नदी के किनारे क्रांतिकारियों के लिए बम बनाते समय देहावसान हो गया। उसके बाद दुर्गा भाभी ने आजादी के क्रांतिकारियों के साथ खुद को पूरी तरह देश की आजादी के लिए समर्पित कर दिया था। महामहिम ने दुर्गा भाभी के परिवार के लोगों से मिले और उनके घर गए । सभा स्थल पर पहुंचकर वीर शहीद सैनिकों की पत्नियों को सम्मानित किया । इस अवसर पर कौशांबी सांसद विनोद सोनकर , विधायक शीतला प्रसाद, विधायक लाल बहादुर , जिला अध्यक्ष रमेश पासी,
DM कौशाम्बी मनीष कुमार वर्मा ,SP प्रदीप गुप्ता, सहित प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।।