खराब काम करने वाले ग्राम विकास अधिकारियों को मिली नोटिस मांगा गया स्पष्टीकरण
यशपाल सिंह
मऊ) स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना का रानीपुर ब्लाक में बुरा हाल है। गांवों में शौचालय निर्माण की प्रगति जहां खराब है वहीं दर्जनों गांवों की फोटो अपलो¨डग 50 फीसदी से कम है। तैनाती वाले गांवों के जिन सचिवों को खुले में शौच मुक्त करने की जिम्मेदारी व दायित्व सौंपा गया था, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का कुशलता पूर्वक न तो निर्वाह किया और नहीं सहायक विकास अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन ही हुआ। ऐसे तकरीबन दर्जनभर सचिवों को सहायक विकास अधिकारी सुरेंद्रनाथ यादव ने नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है।
मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे एक दर्जन से ज्यादा योजनाओं में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाला मिशन है। इस मिशन के अंतर्गत विकास खंड और जनपद को 2 अक्टूबर तक खुले में शौचमुक्त अर्थात सभी गांवों को ओडीएफ यानि खुले में शौचमुक्त होना है। शासन की मंशा को देखते हुए तैनाती वाले गांवों के सचिवों को दायित्व सौंपा गया है कि वह ग्राम पंचायतों का गहन भ्रमण करने के साथ रात्रि विश्राम करने के साथ ही निगरानी समिति के साथ स्वयं उपस्थित रहकर सुबह शाम फालोअप करें। सहायक पंचायत अधिकारी सुरेंद्रनाथ ने बताया कि उक्त निर्देशों का पालन सचिवों द्वारा नहीं करने के कारण रानीपुर ब्लाक की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा कि रानीपुर की फोटो अपलो¨डग की प्रगति शून्य है जबकि ¨सगाडी, सोहराबपुर व असलपुर की प्रगति खराब है। 50 प्रतिशत से नीचे वाले सचिव
रामभरत, अर¨वद यादव, वीरेंद्र कुमार, अरुण कुमार, हृदय शंकर ¨सह की शौचालय निर्माण में फोटो अपलो¨डग 50 फीसद के नीचे है। दो सचिव की प्रगति अच्छी
एडीओ पंचायत ने बताया कि ब्लाक में कुल 15 सचिव हैं। इनमें यशवंत यादव का 81 फीसद तथा रागिनी ¨सह का 76 फीसदी फोटो अपलोड है