भारी वर्षा के चलते लोनी शहर हुआ जलमग्न, शासन-प्रशासन बेबस
सरताज खान
गाजियाबाद। लोनी के एसएच – 57 मुख्य मार्ग की पहले से हुई बदहाली को गुरुवार सुबह हुई बारिश ने और चार चांद लगाने का काम किया। कूड़ा-करकट व कीचड़ से लबालब मुख्य नाले व नालियों के कारण वहा उक्त मार्ग के साथ-साथ विभिन्न कॉलोनियों ने तालाब व नहर जैसा रूप धारण कर लिया। नतीजन जहां अधिकांश वाहनों का आवागमन ठप हो गया वही कॉलोनी में रहने वाले लोगों के सामने विकट समस्या उत्पन्न हो गई, जिन्हें मजबूरीवश अपने घरों में कैद होकर रहना पड़ा। संदर्भ में कुछ लोगों ने सांसद से मिलकर भी समस्या समाधान के लिए गुहार लगाई है।
क्षेत्र में कई स्थानों पर गड्ढों में तब्दील हो चुके उक्त मार्ग की बदहाली का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसके एक और के रास्ते पर तमाम कीचड़ भरी होने के कारण वहां से वाहनों का आवागमन नहीं हो पा रहा और वह पिछले कई महीनों से बन्द पड़ा है। नतीजन वाहनों को लगभग 1 किलोमीटर की दूरी उसके एक ओर से तय करनी पड़ रही है। जिसके चलते वहा दुर्घटना होना व जाम लगा रहना आम बात बनी हुई है। और ऐसी सूरत में गुरुवार सुबह लगभग दो- ढाई घंटे तक हुई बारिश ने उसकी हालत और बिगाड़ कर रख दी। जहां शांति नगर से इंदिरा पुरी के बीच नाले के कीचड़ युक्त भरे लबालब पानी को देखकर लगता है मानो वह सड़क न होकर कोई नहर हो। यही कारण था कि मार्ग पर हजारों की तादाद में दौड़ने वाले ऑटो व अन्य वाहनों की संख्या सैकड़ों में नजर आई। यही कारण था कि यात्रियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कॉलोनियों ने किया नरकीय रूप धारण
क्षेत्र में बसी अनेक कॉलोनियों की कीचड़ से ठसाठस पड़ी नालियों के कारण उनका ऑवर फ्लो गंदा पानी गली-मोहल्लों के मुख्य रास्तों पर घुटनों तक भर गया था। जिसके चलते जहां स्कूल व कॉलेजों में जाने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई आशा है कि नगरपालिका जल्दी क्षेत्रीय नाली-नालों की साफ-सफाई करा उनकी निकासी सुचारू करा देगी।
डॉक्टर पदम् के अनुसार यह स्पष्ट है कि मौजूदा समस्याओं की जननी का कारण मुख्य नाले की पानी निकासी सुचारु नहीं होना है। जिसका समाधान कराने से अन्य समस्याओं का समाधान अपने आप ही हो जाएगा।