साहेब हमारे यहाँ के सचिव और प्रधान जी शौचालय का दो हज़ार और आवास का बीस हज़ार घुस लेते है – पीड़ित ग्रामीण
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड (बलिया) : बिल्थरारोड विधायक धनंजय कन्नौजिया ने कहा कि शासन के किसी भी लाभकारी योजनाओं में सुविधा शुल्क की भ्रष्ट परंपरा कतई बर्दाश्त नहीं होगी। ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई तय है। वे बुधवार को नगरा ब्लाक जमुआंव गांव में पंचायत भवन पर आयोजित जनचैपाल में बोल रहे थे। जनचैपाल में ग्रामीणों द्वारा विभिन्न योजनाओं के लिए प्रधान, सचिव व रोजगार सेवक के सुविधा शुल्क के खेल की जानकारी मिलने के बाद विधायक कन्नौजिया ने इसे गंभीरता से लिया और मामले से सीधे मुख्यमंत्री समेत जिला प्रभारी मंत्री व डीएम को अवगत कराने का भरोसा दिलाया।
कन्नौजिया ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि किसी भी भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होना ही है। शौचालय व प्रधानमंत्री आवास के नाम पर लाभार्थियों से पैसा लेना किसी आपराधिक जुर्म से कम नहीं है। चैपाल में विधायक ने किसानों के ऋण माफी के अलावा शौचालय, स्वच्छता, प्रधानमंत्री आवास समेत अनेक योजनाओं की विस्तार से चर्चा की और गांव के साफ-सफाई के प्रति लोगों को जागरुक किया। गांव निवासी इजहार ने गांव के प्रधान व सचिव द्वारा शौचालय के लिए दो हजार रुपए की मांग की शिकायत की।
जबकि रामरीख ने गांव के नाला की सफाई की आवाज उठाई। पूर्व प्रधान राजेंद्र यादव ने दोहरीघाट तुर्तीपार सहायक परियोजना से जोड़कर तिरनई सिवान तक नई माइनर की मांग की। इसके बाद विधायक ने इसी ब्लाक के पड़री गांव में भी जनचैपाल लगाया। जहां ग्रामीणों द्वारा राशन वितरण में अनियमितता से लेकर तमाम योजनाओं में विभागीय मनमानी का अरोप लगाया। इस दौरान नगरा बीडीओ रामाशीष, दयाशंकर राय, एडीओ पंचायत रमेश प्रसाद, सचिव नागेंद्र यादव, प्रधान लछन राम, पूर्व प्रधान राजेंद्र यादव, हसरत, असगर, इजहार, रविंद्र प्रसाद, जयराम, शिवलोचन, बृजेश यादव, अखिलेश, रमेश यादव, तेजन यादव, अमरनाथ, जितेंद्र, रामरीख यादव, श्रवण यादव, भगनी जहां के अलावा भाजपा नेता महावीर यादव, पप्पू यादव, विपिन मिश्र आदि मौजूद रहे।
जनचैपाल में प्रधान के खिलाफ शिकायत पर हंगामा, विधायक ने सुलझाया
– जमुआंव गांव में हुए जनचैपाल के दौरान शौचालय के लिए धनउगाही संबंधित आरोप पर प्रधान लछन राम भड़क गए और शिकायतकर्ता से उलझ गए। जिससे मौके पर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना मिलते ही मामले में विधायक धनंजय कन्नौजिया ने हस्तक्षेप करते हुए शिकायतकर्ता को किसी तरह के दबावमुक्त रहने के लिए आश्वस्त किया और प्रधान को उनके रवैये पर कड़ी फटकार लगाई।