बांदा- साहेब जिला चिकत्सालय में मरीजों से इतनी बदसलूकी क्यूँ…?
जितेद दिवेदी
बांदा-एक तरफ सूबे की योगी सरकार स्वास्थ ब्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने का दम भर रही है वही दूसरी तरफ इलाज के लिए आने वाले मरीजों के साथ अभद्रता की जाती है और आधी अधूरी दवाये दी जा रही है ऐसे में इलाज के लिए आने वाले मरीजों का भगवान ही मालिक है |
आप को बता दें कि पूरा मामला बाँदा के जिला अस्पताल का है जहाँ इलाज करवाने आये युवक को मात्र तीन दिन की दवाये लिख कर डॉ ने चलता कर दिया मरीज नई अनुनय विनय कर डॉ से पांच दिन की दवा लिखने के लिए कहा कि डॉ साहब बहुत दूर से आया हूँ तीन दिन में नहीं आ पाउँगा डॉ ने मरीज की स्थित देखकर पाँच दिन की दवाएँ लिख दी
जहाँ दवा काउंटर में दवा लेने पहुंचे मरीज को मात्र तीन दिन की दवा ही दी गई इस संदर्भ में मरीज ने जब दवा काउंटर में दवा बाँट रहे फार्मासिस्ट से पाँच दिन की दवा लिखे होने की बात कही तो फार्मासिस्ट ने दवा फेंक कर उसे भाग जाने को कहा बहुत निवेदन करने के बाद भी दवा नहीं दी
फार्मासिस्ट ने मरीज द्वारा पैर छूने के बाद भी दवा नहीं दी और कहा कि CMS डॉक्टरों का बाप होता है उसने मना किया है मैं नहीं दूँगा डॉक्टर कौन होता है 10दिन की दवा लिख देगा तो 10 दिन की दवा दे दूं जब CMS ने मना किया है फार्मासिस्ट ने सुरक्षा में लगे गार्डों को बुलाकर थाने में बंद करवाने की धमकी भी दी
मिडिया के पहुँचते ही फार्मासिस्ट काउंटर बंद कर फरार हो गया इस संदर्भ में CMS किशोरीलाल से बात की तो उन्होंने गोलमोल जवाब दे कर बात को टालते नजर आये और अपने तीन दिन के आदेश से ही पलट गए और कहा कि मेरे द्वारा ऐसा कोई भी आदेश नहीं दिया गया |