जेल में बंद बदमाशो से फोन करवा कर रंगदारी वसूलने वाला आया पुलिस पकड़ में
उमेश गुप्ता
बलिया बिल्थरा रोड देवरिया जेल से कुख्यात अपराधी रामाश्रय यादव द्वारा बलिया जनपद के बिल्थरा रोड के व्यापारियों से रंगदारी मांगने के चर्चित मामलों का उभांव पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया और बिल्थरा रोड के व्यापारियों का मोबाइल नंबर देकर देवरिया जेल में बंद बदमाशों से रंगदारी मंगवाने वाला शातिर बदमाश बबलू उर्फ अरविंद यादव पुत्र सुरेश यादव ग्राम परसिया, थाना मधुबन जनपद मऊ निवासी को दबोच लिया। जिसके पास से पुलिस ने मोबाइल भी बरामद किया है। जिससे वह कई व्यापारियों का मोबाइल नंबर जेल में बंद बदमाशों को उपलब्ध कराता रहा है।
उभांव थाना पुलिस जहां उक्त बदमाश की गिरफ्तारी को एक बड़ी उपलब्धी मान रही है। वहीं बिल्थरा रोड के व्यापारियों ने पुलिस के उक्त कामयाबी पर राहत की सांस ली है और पुलिस के इस उपलब्धी को व्यापारियों के लिए राहतभरा बताया। पुलिस ने उक्त मामले के खुलासे में सर्विलांस का भरपूर सहयोग लिया। मुखबिर से मिले मोबाइल नंबर को उभांव पुलिस लगातार सर्विलांस के जरिए ट्रैस कर रही थी और उक्त रंगदारी से जुड़े कई अहम कड़ियों तक पहुंचने में सफल रही। उभांव इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह के देखरेख में घेराबंदी कर सीयर पुलिस चौकी इंचार्ज योगेंद्र प्रसाद सिंह व आरक्षी दिनेश यादव व संजय सरोज ने मंलवार की देर शाम उभांव थाना के समीप से ही उक्त बदमाश बबलू उर्फ अरविंद यादव को दबोच लिया।
उभांव इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश अपनी ट्रक लेकर उभांव थाना की तरफ से जा रहा था। बबलू उर्फ अरविंद यादव देवरिया जेल में बंद 50 हजार का इनामी रहे कुख्यात बदमाश रामाश्रय यादव का भतीजा एवं एक अन्य बदमाश रविंद्र यादव उर्फ सिपाही यादव का सगा भाई है। जिसके पास अपना निजी ट्रक है और वह इसी से नगर के व्यापारियों का सामान लोड-अनलोड करता रहा है। व्यापारियों के साथ इसी कार्य के दौरान वह अनेक बड़े व्यापारियों का मोबाइल नंबर प्राप्त कर लेता था और इन मोबाइल नंबरों को जेल में बंद अपने चाचा व भाई को देकर रंगदारी मांगवाता था। जिसके निशाने पर नगर के अनेक व्यापारी रहे है। बता दें कि बिल्थरारोड नगर निवासी एवं अवायां आटा मिल संचालक अभिषेक बरनवाल से 5 सितंबर को देवरिया जेल में बंद 50 हजार के इनामी रहे कुख्यात बदमाश रामाश्रय यादव ने मोबाइल फोन से तीन लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी।
रंगदारी मांगने के दौरान बदमाश ने अभिषेक को डराने के लिए नपं चेयरमैन दिनेश कुमार गुप्त के बडे भाई अरुण गुप्त पर हुए जानलेवा हमले व लूटकांड की घटना का इशारा करते हुए मोबाइल से यह भी कहा था कि देखे नगर पंचायत चेयरमैन के बडे भाई का क्या हाल हुआ। यह बात सुनकर लोगो दहशत हो जाता थे इसी तरह से यह बदमाशों जेल में बन्द रहकर भी अपना दबदबा आम लोगों में बनाए रहते है लेकिन सोचने वाली यह बात है की इन बदमाशों के पास जेल के अन्दर मोबाइल जाता कहा है इतनी कडी निगरानी के बाद भी जेल के अन्दर मोबाइल जाने का मतलब यह है की कही ना कही पुलिस प्रशासन के मिली भगत से ही इन बदमाशों के पास मोबाइल जाता है जिससे जेल में बन्द रहने के बाद भी इनका रंगदारि मांग चलता रहता है इस बात से यह साफ हो गया है की सरकार लाख प्रयास कर ले पर अपराधी नहीं रुक जा सकता है