ललित कला केंद्र, पूना की शास्त्रीय संगीत सभा में गूंजे डॉ रामशंकर के मनोहारी स्वर
करिश्मा अग्रवाल
पुणे। सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ, पुणे के अंतर्गत ललित कला केंद्र (गुरुकुल) द्वारा गुरुवार को ‘शास्त्रीय संगीत सभा’ का आयोजन नामदेव सभागृह पुणे(पूना) में किया गया।इस शास्त्रीय संगीत सभा का मुख्य आकर्षण बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक डॉ रामशंकर सिंह का गायन रहा। डॉ रामशंकर ने अपने गायन का प्रारम्भ राग गौड़ मल्हार में “जा रे जा तू बदरा दूर….” से किया।
इसके बाद “कारी कारी बदरिया रूम झूम ् आई….” , “ऐसो सावन दूल्हा आयो रे…”, “घनन घोर घोर गहरे….”,तत्पश्चात राग तिलक कामोद में मध्य तीन ताल एवं द्रुत तीन ताल में तराना सहित अनेक शास्त्रीय प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा राग सरस्वती सारंग राग बिहागड़ा में संगीत रामायण से संबंधित रचनाओं की प्रस्तुति को भी विशेष रूप से सराहा गया। कार्यक्रम में ‘पंडित भीमसेन जोशी चेयर’ पंडित सत्यशील देशपांडे को देने की घोषणा भी की गई ।शास्त्रीय कार्यक्रम का समापन राग काफी में निबंध अद्धा ताल में टप्पा से किया गया।