जज्बे को सलाम मुहर्रम के दिन रक्तदान कर इमरान व फैसल ने की मजलूम की मदद
सरताज खान
गाजियाबाद। लोनी अक्सर अखबारों के जरिये कहीं ना कहीं किसी अनहोनी की होने की जानकारी मिलती है लेकिन काफी बार ऐसी खबरें भी हमारी नज़रों के सामने होती है जो दिल को बेहद सुकून देती है ऐसा ही मामला लोनी में बेहद सक्रिय सामाजिक संगठन खिदमत ए आवाम युवा समिति के जिम्मेदार पदाधिकारी इमरान मलिक और फैसल सैफी के जरिये रोशनी में आया।
दरअसल ब्रेन ट्यूमर की वजह से गंभीर हालत में मुज़्ज़फरनगर के एक गरीब परिवार की 11 वर्षीय बच्ची दिल्ली के लोकनायक अर्बन अस्पताल में भर्ती थी जहाँ उसको जल्द 3 यूनिट खून की आवश्यकता थी जब मामलें की जानकारी इमरान मलिक को लगी जोकि अक्सर रक्तदान के लिए सक्रिय रहते है तब उन्होंने देर रात बारिश के बावजूद साथी फैसल के साथ अस्पताल जाकर खुद खून देने का फैसला किया। उनके वहाँ वक़्त से पहुंचने और रक्तदान करने के फैसले पर बच्ची के दुखी परिवार की आंखों में खुशी की चमक आ गयी,रक्तदान करके देर रात इमरान और फैसल वापस घर लौटे।
इमरान मलिक ने बताया ऐसे वक्त में किसी के काम आना यकीनन बेहद बड़ी बात है जोकि हमे खुद भीतरी तौर पर खुशी होती है वहीं उन्होंने बताया हमारी खिदमत ए आवाम युवा समिति आपसी भाईचारे और इंसानियत को मजबूत करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहती है जिसके लिए हर एक साथी तैयार रहता है।
फैसल सैफी ने बताया हमारी वजह से उस परिवार की आंखों में खुशी की चमक हमारे लिए यकीनन बेहद बड़ा तोहफा था और हमारा हमारी समिति का मकसद ही लोगों को खुशियां मोहब्बतें पहुंचाना है। मामले की जानकारी देने वाली शिवांजली पांडेय ने कहा देर रात,तेज़ बारिश के बावजूद इमरान भाई, फैसल भाई का इंसानियत के नाते पहुँचना दर्शाता है इंसानियत आज भी जिंदा है। समिति अध्यक्ष मार्टिन फैसल ने इमरान मलिक और फैसल सैफी की नेक नियत और सच्चे जज्बे की सराहना की।