रेलवे स्टेशन पर बंदरों का आतंक
कमलेश कुमार
अदरी(मऊ) इंदारा रेलवे स्टेशन पर इन दिनों बंदरों ने आतंक मचा रखा है। झुंड में बंदर स्टेशन के हर कोने पर अपना कब्जा जमाए हैं। सामान के साथ आने-जाने वाले यात्रियों पर हमला कर उनको घायल कर रहे हैं। मगर वन विभाग की ओर से इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इंदारा बाजार व रेलवे स्टेशन पर काफी दिनों से बंदर विचरण करते रहते हैं। इधर कई दिनों से काफी संख्या में बंदर इंदारा बाजार, स्टेशन परिसर, प्लेटफार्म और रेलवे आवासों में पहुंचकर लोगों पर हमला कर दे रहे हैं। जो भी यात्री खाने-पीने का सामान लेकर जा रहा है, उसको दौड़ा कर सामान छीन ले रहे हैं। झुंड में बंदर यात्रियों और उनके बच्चों पर टूट पड़ रहे हैं।
दिन निकलते ही बंदर चारों तरफ उधम मचाने लगते है। अक्सर स्टेशन पर आने वाले यात्रियों पर बंदर हमला बोल देते है। रविवार की दोपहर को प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रही एक महिला के बैग को बंदर छिन ले गया और उसे फाड़ दिया। यहां पर खड़ी मोटरसाइकिल के सीट कवर फाड़ दे रहे है। आए दिन बंदरो के उत्पात से यात्रियों को दिक्कत हो रही है। बंदरो से रेलवे कालोनी के लोग भी दहशत में है। वही रेलवे बंदरो को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। वही बाजार में बंदरो का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि औरतो का किचन में खाना पकाना भी कठिन हो गया। यही नहीं अपने अपने घरो के अहाते में यदि कोई फूल व सब्जी लगया है तो उसको नष्ट करने में बंदरो को तनिक भी समय नहीं लगता। छतों पर महिलाओं व बच्चों का जाना कठिन है। कब किस पर आक्रमण कर दे इसका कोई ठिकाना नहीं है। बंदरो के आतंक से मुक्त करने की कई बार मांग की बावजूद प्रशासन उदासीनता बनी हुई है। रवि कुमार, अमरजीत, राजेश कुमार, अमित कुमार, संजय आदि का कहना है कि बंदरों की वजह से स्टेशन और घर में रहना जोखिम भरा हो गया है। यात्रियों को अचानक दौड़ा लेने से वे गिरकर चोटहिल भी हो रहे हैं।