सात फरवरी से परीक्षा, देखें कब है अापका एक्जाम
तारिक खान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने अपना परीक्षा का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। इस बार हाईस्कूल तथा इंटर की परीक्षाएं सात फरवरी 2019 से आयोजित की जाएंगी।
यूपी बोर्ड ने आज परीक्षा का कार्यक्रम तय कर दिया है। सिर्फ 16 दिन में परीक्षा को सम्पन्न कराया जाएगा। यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा 15 और इंटर की 16 कार्य दिवसों में संपन्न होगी। परीक्षा कुंभ मेला के दौरान होगी। इस कारण प्रमुख स्नानपर्वों का भी ध्यान रखा गया है। सात फरवरी के बाद 10 को बसन्त पंचमी और 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान है।
यूपी बोर्ड का टाइम टेबल जारी करते हुए डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि हमने नकल पर रोक लगाई तो इस बार 9.35 लाख छात्र कम हो गए। इस बार 10वीं में 32,03,041 छात्र और 12वीं में 25,84,957 छात्र पंजीकृत हुए हैं। 10वीं और 12वीं में कुल 57,87,998 छात्र पंजीकृत हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोशिश है कि 30 अप्रैल तक रिजल्ट जारी कर दिया जाए। प्रयास रहेगा कि इससे काफी पहले रिजल्ट जारी कर दें। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति परीक्षा केंद्रों पर सरकार फैसला लेगी। इस बार डीआईओएस इस समिति के सिर्फ सदस्य सचिव होंगे। परीक्षा कक्ष में 2 सीसीटीवी कैमरे, वॉइस रिकॉर्डर लगाए जाएंगे। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक स्टेटिक मेजिस्ट्रेट होगा। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में नक़ल की आशंका है वहां छात्रों को आधार से लिंक किया गया है। पिछले साल विदेशों में बैठे लोगों ने यहां अपनी जगह सॉल्वर बैठाने की कोशिश की थी।
57.87 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत
2019 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 5787998 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। हाईस्कूल में 3203041 और इंटरमीडिएट में 2584957 छात्र-छात्राएं हैं। उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि छह फरवरी से होने वाली यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में इस बार और सख्ती होगी। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए अभी से काम शुरू कर दिया है। इंतजामों पर नजर रखने के लिए कमेटी बना दी गई है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि इस बार परीक्षा कक्ष में दोनों ओर सीसीटीवी और वायस रिकार्डर लगेंगे। केंद्र से 200 मीटर की परिधि के अंदर प्रबंधक या प्रबंध समिति के लोगों को आने की अनुमति नहीं होगी। सभी जिलो में डीएम की अध्यक्षता में कमेटियां गठित कर दी गई हैं जो केंद्र निर्धारण के मानकों को पूरा कराएंगी।
उप मुख्यमंत्री ने आंकड़ों के हवाले से कहा कि नकल पर शिकंजा कसने से छात्रों की संख्या कम हो गई। बीते वर्ष 67.22 लाख छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था लेकिन सख्ती के कारण 11 लाख परीक्षार्थी परीक्षा छोड़कर भाग गए। पिछली बार 1.81 लाख प्राइवेट बच्चों के पंजीकरण हुए थे लेकिन, इस बार पारदर्शितापूर्ण पंजीकरण कराने पर यह संख्या 93 हजार पर रह गई। इस बार भी नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए और सख्ती की जाएगी। इस बार की बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए उप मुख्यमंत्री ने हाल ही में परीक्षा केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात करने, परीक्षा कक्ष में बैक और फ्रंट कैमरा के साथ-साथ वॉयस रिकॉर्डर की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए थे।
टाइम टेबल के मुताबिक हाई स्कूल की परीक्षा सिर्फ 14 कार्य दिवस में और इंटर की परीक्षा सिर्फ 16 कार्य दिवस में संपन्न होगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 7.30 के बजे 8 बजे शुरू होगी। इस बार इंटर में 39 विषयों में 1-1 प्रश्नपत्र में परीक्षा होगी। वहीं हाईस्कूल के 36 विषयों में 1-1 प्रश्नपत्र में परीक्षा होगी। सात फरवरी के बाद 10 को बसन्त पंचमी और 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान है। इस दिन परीक्षा नहीं रखा गई है। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि अगले साल यूपी में कुंभ और लोकसभा चुनाव दोनों होने है, जिसके अनुकूल बोर्ड परीक्षाओं का शेड्यूल बनाया गया है।
इस बार इंटर के 106 विषयों में से 39 मुख्य विषयों की परीक्षा में एक पेपर ही होंगे। बोर्ड ने सीबीएसई के पैटर्न पर दो से एक पेपर कर दिया है। बाकी विषय ट्रेड व कृषि विषय के हैं जिनमें एक से अधिक पेपर होते हैं। छात्रसंख्या अपेक्षाकृत काफी कम होने के कारण कोई खास असर नहीं पड़ेगा। पहले या दूसरे सप्ताह में मूल्यांकन शुरू होकर 25 मार्च के आसपास तक चलेगा। इस बार परिणाम भी अप्रैल के पहले या दूसरे सप्ताह में घोषित होने की उम्मीद जताई जा रही है।