आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे में भष्टाचार के आरोप में योगी सरकार में सचिव और आईएएस जुहैर बिन सगीर के खिलाफ एफआईआर
अंजनी रॉय
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में सचिव और सपा मुखिया अखिलेश यादव के करीबी बताए जाने वाले आईएस जुहैर बिन सगीर के खिलाफ यूपी विजलेंस टीम ने भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाते हुए जो जिलों में एएफआईआर दर्ज कराई है। सगीर के खिलाफ यूपी के आगरा और मुरादाबाद में मामले दर्ज कराए गए हैं।
सगीर पर मुरादाबाद और आगरा में तैनाती के दौरान अपनी मौसेरी बहन को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के पास फतेहाबाद गांव में पड़ने वाली सर्वेक्षित जमीन को दिलवाने और 20 लाख रुपए के लाभ लेने का आरोप है।
गौरतलब है कि बरेली विजलेंस विभाग ने कृषि उत्पादन विभाग में विशेष सचिव (लघु सिंचाई) जुहैर बिन सगीर के खिलाफ मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने और मूंढापांडे थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इन मामलों में अन्य प्राशनिक अधिकारी और कर्मचारी व जमीन कब्जा आरोपी भी शामिल हैं।
विजलेंस का आरोप है कि इन आरोपियों ने अपने पद का दुरुपयोग किया और मुरादाबाद विकास प्रधिकरण के कब्जे वाली 68 हजार मीटर वर्ग जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें निजी खाता धारकों को सौंप दिया। विजेलेंस के अनुसार, अफसरों ने सीलिंग के 15 मुकदमों पर अवैध रूप से निर्णय लेकर राजस्व को नुकसान पहुंचाया है। 28 मई 2016 से 23 मई 2017 के बीच ये घोटाला किया गया।
वहीं विजलेंस का सगीर पर आरोप है कि उन्होंने मुरादाबाद जिले में बतौर डीएम रहते हुए अन्य आरोपी नसीमा बानो का जमीन दिलवाकर 20 लाख रुपए का लाभ भी लिया था। दूसरे ओर जब सगीर आगरा जिलाधिकारी के पद पर तैनात थे। उस समय के भ्रष्टाचार के मामलों में भी विजलेंस विभाग ने फतेहाबाद थाने में केस दर्ज कराया है।