पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला/शिविर में 243 पशुओं का उपचार
अंजनी रॉय
बांसडीह(बलिया):-पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला/शिविर का आयोजन आज दिनांक 25/10/18 को ग्राम देवरार ,विकास खन्ड बासडीह में हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मानसी राजभर,जिला पंचायत सदस्य ने बताया किइस समय प्रदेश में 70 प्रतिशत लघु, सीमांत और भूमिहीन किसानों द्वारा पशुपालन का व्यवसाय किया जा रहा है।पशुधन के माध्यम से देश की सकल घरेलू उत्पादन मे लगभग नौ प्रतिशत का सीधा योगदान हैं।
उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सदर, बलिया डा.एन.पी.सिंह ने नस्ल सुधार, प्रजनन एवं उत्पादकता के महत्व के बारे मे पशुपालकों को बताया। कहा कि आज नस्ल सुधार का ही प्रतिफल हैं कि पशुओं की दुध उत्पादन क्षमता पहले से कई गुणा बढ़ गया है।
उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, बासडीह डा. ज्ञान प्रकाश ने पशुपालकों को ठंडे मौसम मे पशुओं मे होने वाले बिमारियों एवं बचाव के बारे मे बताया। पशु आवास मे ठंडी हवा से बचाव के तरीकों को अपनाने की सलाह दी।
उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी,चिकित्सा एवं स्वास्थ्य,बलिया डॉक्टर संजय श्रीवास्तव ने बताया कि पशुपालक गोबर का उपयोग वर्मीकम्पोस्ट, गोबर गैस बनाकर कर सकते हैं।गोबर गैस से ईधन के खर्च को बचा सकते हैं।वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग जैविक खाद की तरह किया जा सकता हैं।
मेला/शिविर में आये हुए पशुओं की चिकित्सा डाक्टर आलोक गौरव,डा.के.के.मौर्या,डॉक्टर अग्रेश यादव,डॉक्टर ओमप्रकाश प्रजापति,डॉक्टर सुनील सिंह द्वारा किया गया।इस अवसर पर 243 पशु चिकित्सा,345 टीकाकरण, 3 कृत्रिम गभाधॉन,5 शल्य चिकित्सा,58 बाँझपन चिकित्सा किया गया।
मेला सह शिविर मे आये पशुपालकों का स्वागत उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, डा.ज्ञान प्रकाश द्वारा की गई।संचालन डॉक्टर रविन्द्र चक्रवर्ती द्वारा किया गया।