साहब एक नजर इधर भी, दारुबाज़ी का अड्डा है क्या जिला अस्पताल
अनंत कुशवाहा
अम्बेडकरनगर – साहब एक नजर इधर भी देख लीजिए जहाँ पर लोगों की जिंदगी सवारी जाती है आज वहीं मयखाना बन गया है, जिला अस्पताल के परिसर में रात के अंधेरे में क्या महफ़िल जमती है और जाम टकराये जाते है,
क्या जिला अस्पताल मे अराजक तत्वो का बोलबाला है, क्या अराजक तत्वो ने बनाया रात्रि प्रवास का ठिकाना. महगी शराब की बोतल ये साबित करती है कि यहाँ रात को सजती है महफिल, जी हॉ ये महफिल कही और नही बल्की जिला चिकित्सालय महात्मा ज्योतिबा फुले का है।
जहॉ पर बने आरोवाटर टैक परिसर मे अराजक तत्वो का बोलबाला बना रहता है जबकि यहाँ चौबीसों घण्टे महिलाओं और मरीजो का आना जाना लगा रहता है, ऐसे में कभी भी कोई वारदात हो सकती है, जब इस बारे मे चिकित्सा अधिकारी डा० एस पी गौतम से पूछा गया तो पागल का हवाला देते रहे। सवाल यह है कि अगर वह पागल है तो इतनी महगी शराब की बोतले कहा से आती है