जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सम्बन्धी योजनाओं की समीक्षा
डीएम ने सीएमओ समेत कई प्रभारियों को लगाई कड़ी फटकार
अंजनी राय
बलिया : स्वास्थ्य सुविधाओं में गिरावट पर जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने कड़ी आपत्ति जताई है। शुक्रवार की शाम कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उन्होंने सीएमओ समेत कई प्रभारी चिकित्साधिकारियों के सख्त लहजे में समझाया। साथ ही सुधार लाने के कड़े निर्देश दिए। विशेष रूप से प्रसव व टीकाकरण की प्रगति हमेशा बेहतर बनाए रखने पर जोर दिया। एकाध योजनाओं में गलत फीडिंग सामने आने पर सभी एमओआईसी को चेतावनी जारी करने को कहा।
समीक्षा के दौरान जननी सुरक्षा योजना की कम उपलब्धि का कारण पूछा तो सीएमएस महिला डॉ सुमिता सिन्हा व कई प्रभारियों ने अपेक्षित सुविधाओं का नहीं होना इसकी वजह बताई। समीक्षा में जननी सुरक्षा योजना में भुगतान में रेवती, खेजुरी, सोनवानी, सिकन्दरपुर के प्रभारी की लापरवाही सामने आई। वहीं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में हनुमानगंज, रेवती, बांसडीह, रसड़ा व अर्बन पीएचसी की प्रगति खराब मिली। यहां के चिकित्साधिकारियों को जिलाधिकारी ने जमकर खरी-खोटी सुनाई। अगले महीने की बैठक में सुधार नहीं दिखने की दशा में मुख्यालय पर शिकायत भेज कार्रवाई कराने की चेतावनी दी। स्वास्थ्य भवनों के निर्माण कार्यो की प्रगति की भी जानकारी ली।
हनुमानगंज में वसूली की शिकायत की होगी जांच
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा के दौरान हनुमानगंज, रेवती, बांसडीह, रसड़ा की स्थिति खराब मिली। सभी चिकित्साधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए प्रगति सुधारने की चेतावनी दी। कहा कि इसमें जो आशा लापरवाही करती है उसे तत्काल हटा दें। हनुमानगंज ब्लाक में आशाओं द्वारा वसूली की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने पूछताछ की। सीएमओ डॉ एसपी राय को निर्देश दिया कि इसकी जांच कराई जाए। खासतौर पर ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर और बीसीपीएम की कार्यशैली की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। साफ किया कि ऐसी शिकायत कहीं भी मिली तो संबंधित प्रभारी चिकित्साधिकारी व अन्य जिम्मेदारों की भी जवाबदेही तय होगी।
आरबीएसके योजना में धरातल पर हो कार्य
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य गारंटी योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि धरातल पर कार्य हों। कम बच्चों का चिन्हांकन होना यह बताता है कि निर्धारित माइक्रोप्लान के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी सिराज अहमद ने भी स्वास्थ्य विभाग से बेहतर सहयोग की अपेक्षा की। कहा कि जांच में जो भी बच्चे कमजोर मिलें उनको रेफर किया जाए।
102 व 108 की की रेंडम चेकिंग हो
एम्बुलेंस सेवाओं की स्थिति की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने कभी कभार लापरवाही की शिकायत की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि 102 व 108 एंबुलेंस की रेंडम आधार पर चेकिंग कराई जाए। उनका लॉगबुक, जीपीएस सिस्टम आदि की एक महीने की स्थिति की जांच हो। हर हाल में आम जनता तक बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सबकी जिम्मेदारी है।
दवाओं की उपलब्धता की ली जानकारी
अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जीवन रक्षक दवाएं तो सभी उपलब्ध है। लेकिन एंटीबायोटिक और पैरासिटामॉल की कमी से काफी दिक्कत हो रही है। डॉक्टरों ने बताया कि जनऔषधि केंद्र से लेकर किसी तरह काम चलाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि तत्काल संबंधित कंपनियों से समन्वय बनाकर इन दवाओं की भी उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। इसके लिए अपने स्तर से भी पत्र भिजवाने को कहा। बैठक में डीपीओ सेराज अहमद, डॉ जाया पाठक, डीसीपीएम अजय पांडेय, लेखा प्रबन्धक विवेक श्रीवास्तव समेत ब्लॉक स्तर के प्रभारी चिकित्साधिकारी व बीपीएम मौजूद थे।