जागरूकता से ही रोकी जा सकती है दुर्घटनाये : डीएम
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सुगम यातायात व सुरक्षित यात्रा के बताये तरीके
अंजनी राय
बलिया: जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक शनिवार को जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें यातायात को सुदृढ़ बनाने व लोगों की सुरक्षा पर चर्चा की गई। प्रेशर हॉर्न, तेज रफ्तार, गाड़ियों का फिटनेस समेत हर हानिकारक पहलुओं पर अंकुश लगाने पर विशेष जोर रहा। बैठक से अनुपस्थित रहने वाले लोनिवि के अधिशासी अभियंता पर नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण तलब किया।
जिलाधिकारी ने कहा, इस बैठक के अहम होने का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री जी प्रदेश स्तर पर होने वाली हर बैठक में प्रतिभाग करते हैं। सड़क सुरक्षा के मामले में अपने यूपी की स्थिति अन्य प्रदेशों की अपेक्षा खराब है। लोग जागरूक होंगे तभी इसमें कमी आ सकेगी। सुरक्षित यात्रा के लिए जरूरी है कि यातायात नियमों के अनुसार चलें। समिति के महत्वपूर्ण अधिकारी लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन के गायब रहने पर नाराजगी जताई।
एएसपी विजयपाल सिंह ने कहा कि नशा नींद और तेज रफ्तार घटनाओं के बड़ा कारण होती है। सिर्फ पुलिस के डर से नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए भी लोगों को जागरूक होना होगा। सिटी मजिस्टेट डॉ विश्राम ने कहा कि अधिकांश मौत सिर में चोट के कारण होती है। लेकिन फिर भी लोग हेलमेट पहनना मुनासिब नहीं समझते। कम से कम सभी बाइक सवार बिना हेलमेट के साथ ही सड़क पर निकलें। इसके लिए लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इससे पहले एआरटीओ आन्जनेय सिंह ने सड़क सुरक्षा के जरूरी मानकों की जानकारी दी।
व्यवधान डालने वाले अभिभावकों पर भी होगी कार्रवाई
डीएम ने विद्यालय संचालकों से आवाह्न किया कि स्कूल-कॉलेजों के बच्चों को यातायात पालन करने के सेंस को भरा जाए। भरोसा दिलाया कि यातायात नियमों का पालन कराने में यदि किसी अभिभावक ने भी व्यवधान किया तो उस पर भी कार्रवाई हो सकती है। सभी विद्यालय संचालकों से यह सुनिश्चित कराने को कहा कि विद्यालय के वाहन पूरी तरह फिट हो।
वरिष्ठ नागरिकों व व्यापारियों ने भी दिए सुझाव
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में मौजूद वरिष्ठ नागरिकों व व्यापारियों ने भी यातायात को सुदृढ़ बनाने से सम्बन्धित अपने सुझाव दिए। जिलाधिकारी ने सभी से अपील किया कि वरिष्ठ नागरिक व व्यापारी गण भी हेलमेट लगाने, यातायात नियमों के अनुसार चलने की शुरूआत अपने यहां से ही करें और अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का प्रतीक बनें। सड़क सुरक्षा में जागरूकता का ही अहम रोल होगा। बैठक में सीओ सिटी अरूण कुमार, कोतवाल शशिमौली पांडेय, यातायात निरीक्षक सुरेशचंद द्विवेदी, व्यापारी सुनील परख समेत सभी महत्वपूर्ण विद्यालयों के प्रतिनिधि मौजूद थे।