सिकंदरपुर चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार राय ने पेश की इमानदारी की मिसाल
अंजनी राय
सिकन्दरपुर, बलिया। आज एक तरफ जहां लोगों का विश्वास पुलिस प्रशासन से उठता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे ही पुलिस के अधिकारी हैं जो अपने इमानदारी की मिसाल पेश कर सबके दिलों पर राज कर रहे हैं। उन्हीं में से एक है बलिया जिले के सिकंदरपुर चौकी पर तैनात चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार राय।
20 अक्टुबर को शनिवार की शाम चौकी प्रभारी सत्येन्द्र कुमार राय अपने घर बासगांव (गोरखपुर) से छुट्टी व्यतीत कर पुनः अपने ड्यूटी पर सिकन्दरपुर आ रहें थे। वह जैसे ही बड़हलगंज पहुंचे कि बीच सड़क पर संदिग्ध अवस्था में पड़ा एक प्लास्टिक के थैले पर उनकी नजर पड़ी। सत्येंद्र कुमार राय ने अपनी गाड़ी रोक उस थैली को उठाकर खोलकर देखा तो उस थैली में लगभग पच्चासी हजार रुपये नगद और एक पर्स था जिसमें एक एटीएम कार्ड (पिन सहित), आधार कार्ड, वोटर कार्ड व कुछ जरूरी कागजात थे। थैले को लेकर वह अपने ड्यूटी पर सिकंदरपुर आ गए। पहुंचने के बाद उस थैली के मालिक की तलाश में लग गए। पर्स में मिले कुछ मोबाइल नंबरों के आधार पर चौकी प्रभारी ने सभी को फोन किया और 25 अक्टूबर को आखिर उक्त थैले के मालिक को ढूंढ निकाला और फोन करके गुम हुई इस थैली के बारे में जरूरी पूछताछ कर थैली के मालिक को सिकन्दरपुर आने के लिए कहा।
चौकी प्रभारी सत्येन्द्र कुमार राय के द्वारा दिये गये जानकारी के अनुसार थैली के मालिक अखिलेश गुप्ता पुत्र महाजन गुप्ता निवासी गजाईकोल थाना झंगहा जिला गोरखपुर 28 अक्टुबर की दोपहर सिकन्दरपुर पुलिस चौकी पर पहुंचकर अपना सारा सामान सुरक्षित पाकर खुशी से झुम उठे। उक्त थैली के मालिक अखिलेश गुप्ता ने बताया कि नवरात्रि के दौरान वो अपने गांव गजाईकोल से गोला बाजार गोरखपुर के लिये बाईक से जा रहे थे कि उसी दौरान बड़हलगंज रोड पर उनका रुपयों से भरा थैला कही गिर गया था।
अखिलेश ने चौकी प्रभारी के ईमानदारी को सैल्यूट किया तथा कहा कि हमारे पूरे देश को इसी प्रकार के अधिकारियों की जरूरत है जिनमें ईमानदारी कूट-कूट कर भरी हो। चौकी प्रभारी सत्येन्द्र कुमार राय द्वारा ईमानदारी की पेश की गयी इस मिशाल की खबर जैसे ही पूरे क्षेत्र मे फैली सभी ने उनके इमानदारी की भूरी भूरी प्रशंसा की। सिकंदरपुर नगर वासियों ने कहा कि हमें गर्व है ऐसे चौकी प्रभारी पर जिसने आज के युग में जहां एक तरफ लोगों का पुलिस नाम से घबराते हैं तो दूसरी तरफ ऐसे भी कुछ ईमानदार पुलिस वाले हैं।