इंदिरा पुरी पुलिस चौकी के बराबर मे खुलेआम चल रहा है मयखाना, पुलिस की भूमिका संदिग्ध

सरताज खान

गाजियाबाद। लोनी क्षेत्रीय नागरिकों ने लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र में स्थित इंद्रापुरी पुलिस चौकी की भ्रष्ट कार्यप्रणाली पर उंगली उठाते हुए पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को उक्त प्रकरण का अतिशीघ्र संज्ञान देने के लिए मंशा जाहिर की है। जिसने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की बात पर जोर देने वाली योगी सरकार को ठेंगा दिखाते हुए चौकी की बगल में ही करीब 100 गज की दूरी पर अवैध रूप से एक मयखाना संचालित करा दिया है। खुलेआम धड़ल्ले के साथ संचालित इस गैरकानूनी मयखाने में सुबह से देर शाम तक जाम छलकते हुए देखे जा सकते हैं।

जहां कोई असामाजिक तत्व न आता हो, इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है। मजे की बात तो यह है कि यदि कोई व्यक्ति उक्त काले धंधे की शिकायत लेकर पुलिस चौकी पर जाता है तो प्रभारी महोदय अपनी वर्दी का रौयब झाड़ते हुए उल्टा  गैरकानूनी रूप से जारी उक्त मयखाने के संचालक का ही पक्ष लेते हुए खाकी को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि चौकी पर तैनात  इंचार्ज को आम नागरिकों की सुरक्षा से कहीं अधिक अपने निजी स्वार्थ की व्यवस्था का ध्यान है। संदर्भ में इस प्रतिनिधि की कुछ जिम्मेदार नागरिकों से बातचीत हुई तो उनकी टीश कुछ इस प्रकार थी।

ब्राह्मण महासभा के पूर्व जिला अध्यक्ष कुलवंत शर्मा के अनुसार यह बात किसी से छिपी नहीं है कि अस्वस्थ कमाई के मामले में शायद ही कोई पुलिसकर्मी पाक-साफ हो। मगर इस मामले में चौकी के मौजूदा नेतृत्व के जो कारनामे सुनने व देखने में आ रहे हैं उसे देखकर तो यही लगता है कि वह “एक पंथ-दो काज” वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। यानीकि जहां एक तरफ वह अपना निजी स्वार्थ पूरा करने में लगे हैं वही दूसरी ओर प्रदेश सरकार को बदनाम करने में भी कोई कौर-कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं।

वार्ड नंबर 6 से सभासद सुनील प्रधान का कहना है कि दोनों हाथों से काली कमाई करने में जुटे प्रभारी द्वारा पुलिस चौकी के निकट शराब पिलाए जाने के अवैध अड्डे को अपना संरक्षण देने से लगता है उन्हें अपने किसी भी वरिष्ठ अधिकारी की परवाह नहीं है। या यूं कहो कि वह अपनी उक्त कार्य प्रणाली के जरिए उन्हें भी बदनाम करने पर लगे हैं। इस संदर्भ में जल्दी ही अधिकारियों से मिलकर जानकारी ली जाएगी।

समाजसेवी मनोज वर्मा कहा कि प्रभारी महोदय द्वारा अपना स्वार्थ पूरा करने की  ललक को देखकर लगता है शायद वह कोई ऊंची पहुंच रखते हैं। और यही कारण है कि किसी गैरकानूनी धंधे की शिकायत के बाद भी उनपर इसका कोई असर नहीं पड़ता है। जो वास्तव में सिस्टम के साथ- साथ सरकार को भी बदनाम करने जैसी बात है। अब देखना है कि अधिकारियों या जनप्रतिनिधियों द्वारा इस मामले में कब और क्या कार्यवाही अमल में लाई जाती है।

भाजपा  युवा नेता जितेंद्र कश्यप ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए बताया कि पार्टी नेतृत्व के कड़े निर्देश होने के बावजूद इंद्रापुरी पुलिस चौकी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर अनेक गैरकानूनी धंधे चल रहे हैं। जिनमें अवैध शराब बिक्री, मादक पदार्थ की बिक्री, प्रदूषित इकाइयों का संचालन, अवैध रूप से शराब पिलाये जाने, व पाबंदी के बावजूद दर्जनों स्थानों पर अवैध रूप से मीट, मांस की दुकानें व होटल संचालित हैं। मगर न जाने ऐसी कौन सी मजबूरी है जो इन सब पर अंकुश नहीं लग पा रहा हैं। जबकि क्षेत्र में झपटमारी व चोरी-चकारी आदि की घटनाएं होना भी आम बात है।

न किसी अधिकारी का डर और न ही किसी सरकार की बदनामी की फिक्र वाली नीति अपनाई जा रही है उक्त चौकी पर। 

चौकी नेतृत्व की कार्यप्रणाली से आहत नागरिक जल्द करेंगे मामले में पुलिस पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से शिकायत।

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